दुबहर, बलिया. दुबहर क्षेत्र के नगवा गांव स्थित श्री चित्रसेन ब्रह्म बाबा मंदिर पर सोमवार को स्थानीय दर्जनों गंगातीरी गांवों के किसानों की एक बैठक विष्णुदयाल पांडेय की अध्यक्षता में संपन्न हुई.
बैठक में दर्जनों किसान वक्ताओं ने कहा कि बलिया सहित अन्य जगहों से कटहल नाला का पानी स्थानीय गांवों जमुआ, मोहन छपरा, बन्धुचक, नगवा, जनाड़ी, अड़रा, पांडेयपुर, छोटका दुबहड़, धरनीपुर, भरसर, भीमपट्टी, नेतलाल के छपरा, ओझवलिया आदि दर्जनों गांवों के दियारे में फैलने के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो रही है.
खेतों में सालों-साल पानी जमा रहने के कारण किसी प्रकार की फसल भी नहीं बोई जा पा रही है. कटहल नाला का पानी दूर-दूर तक फैलकर जमा होने के कारण रबी फसलों के जुताई बुवाई और सिंचाई आदि के समय किसानों को इस पार से उस पार या उस पार से इस पार खेतों में आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना पड़ता है.
बलिया शहर और अन्य स्थानों से विभिन्न अपशिष्ट एवं कूड़ा-कचरायुक्त गंदा पानी बहकर क्षेत्र के सीमावर्ती गांवों के आस-पास जमा होने के कारण प्रदूषण का खतरा बना रहता है.
इस संबंध में संबंधित अधिकारियों का ध्यान अपेक्षित है. इस बाबत किसान अविलंब ही अपनी फरियाद जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी सहित मुख्यमंत्री से करेंगे. इसके लिए अपनी अगली रणनीति बनाने के लिए आगामी 10 सितंबर को गंगातटीय गांवों के दर्जनों प्रधान सहित क्षेत्र के किसानों की बैठक संपन्न होगी.
इस अवसर पर पूर्व प्रधान चंद्रकुमार पाठक, प्रधान प्रतिनिधि भुवनेश्वर पासवान, कृष्णकांत पाठक, विमल पाठक, छोटेलाल राम, जगन्नाथ पांडेय, पृथ्वीनाथ पाठक, सूर्यबली यादव, अखिलेश पांडेय, गणेश चौधरी, विनोद पाठक, छत्रपति यादव आदि मौजूद रहे. संचालन विमल पाठक ने किया.
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)