बलिया से वीरेंद्र नाथ मिश्र
प्रभारी जिलाधिकारी/सीडीओ विपिन कुमार जैन ने शुक्रवार को तीन कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान डेढ़ दर्जन कर्मचारी गैरहाजिर मिले. प्रभारी डीएम ने सभी अनुपस्थित कर्मियों से उनके अधिकारी के माध्यम से स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है. अधिकारियों को भी चेताया है कि कार्यालय में कर्मचारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराएं. साथ ही उनके कार्य पर भी नजर रखें.
कृषि भवन की बिल्डिंग की खराब स्थिति व साफ-सफाई पर नाराजगी जताई और उप निदेशक कृषि को सुधार लाने का निर्देश दिया.
शुक्रवार की सुबह 10:10 बजे प्रभारी जिलाधिकारी विकास भवन के तीसरे तल पर स्थित जिला ग्राम्य विकास अभिकरण (डीआरडीए) कार्यालय पहुंच गए. वहां उन्होंने सीधे उपस्थिति पंजिका की जांच की सुरेंद्र नाथ तिवारी, सीताराम सिंह, अविनाश उपाध्याय, सुरेंद्र सिंह, बृजेश सिंह, कमलेश सिंह, सुरेश यादव अनुपस्थित मिले. सीडीओ ने परियोजना निदेशक को इन सभी कर्मियों के स्पष्टीकरण के साथ तलब किया है.
इसके बाद 10:30 बजे उप निदेशक कृषि कार्यालय में जा धमके. वहां अफजाल अहमद, कविता सिंह, शशिकांत चौहान, सुष्मिता सिंह, चन्द्रबली राम गायब मिले. इस पर उप निदेशक कृषि इन्द्राज को सभी कर्मियों का स्पष्टीकरण व कार्य विभाजन की पत्रावली उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने चारों तरफ भ्रमण किया और गंदगी मिलने पर नाराजगी जताई.
भूमि संरक्षण कार्यालय में पहुंचे तो वहां भूमि संरक्षण अधिकारी संतोष कुमार यादव समेत कामेश्वर सिंह, जितेंद्र कुमार, वीरेंद्र यादव गैरहाजिर मिले. यहां कर्मी राजेश वर्मा तीन दिन से गायब थे. सीडीओ ने अनुपस्थिति कर्मियों का स्पष्टीकरण व तीन दिन से अनुपस्थित राजेश वर्मा का वेतन रोकने का आदेश दिया.
नमस्कार सर! काम शुरू कर पाएंगे या अभी और दस मिनट…
उप निदेशक कृषि कार्यालय पर अचानक पहुंचे प्रभारी जिलाधिकारी/सीडीओ विपिन जैन किसान काउंटर पर पहुंच गए. वहां चार किसान 10 बजे से ही लाइन में खड़े थे. उनसे जरूरी जानकारी ली तो किसानों ने बताया कि 10:40 हो गया, लेकिन काफी देर से 10 मिनट कहकर इंतजार कराया जा रहा है. इस पर सीडीओ ने लिपिक आदिल अंसारी से काउंटर के बाहर से ही कहा, ‘नमस्कार सर! काम शुरू कर पाएंगे या अभी और दस मिनट.
पहले तो लिपिक ने सीडीओ को भी आम किसान समझा, पर जैसे ही चेहरा देखा, तत्काल काउंटर पर काम करना शुरू कर दिया. सीडीओ जैन ने सख्त लहजे में चेतावनी दी कि दूर-दराज से आने वाले किसानों को परेशान किया तो विभागीय कार्रवाई झेलनी पड़ जाएगी. उन्होंने किसानों से बातचीत की और उनकी हर समस्याओं को हल कराने के लिए उप निदेशक कृषि को निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि किसानों को घुमाकर गोलमटोल नहीं, बल्कि सही बातें बताई जाए तो बार-बार यहां आने से उनको निजात मिलेगी. अगर किसान विभाग में कोई अभिलेख जमा करता है तो उसकी रिसीविंग उनको जरूर दी जाए.