
नगरा, बलिया. गुरुवार की आधी रात से हो रही बारिश ने नगर पंचायत में साफ सफाई की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है. नगर पंचायत की गलियों की नालियां चोक होने से जहां गंदा पानी भर गया है, वहीं बाजार की सड़के भी झील बन गई. नव सृजित नगर पंचायत के लगभग दो वर्ष बीतने को है लेकिन पानी निकासी की समस्या जस की तस बनी हुई है. इसको लेकर कारोबारियों एवं निवासियों में रोष है.
ग्राम पंचायत नगरा को नगर पंचायत का दर्जा मिला तो कारोबारियों एवं आम लोगो में खुशी व्याप्त थी कि अब नगरा का विकास तेजी से होगा लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया. लोगो की खुशी काफूर हो गई और नगर पंचायत भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया. लगभग दो वर्ष बीतने के बाद भी नगर पंचायत में पानी निकासी की समस्या का निदान नहीं हो सका. जरा सी बारिश होने पर सड़क से लेकर गलियों तक चहुंओर पानी भर जाता है. दो दिनों से हो रही बारिश से सड़कों का हाल भी बद से बदतर हो गया है.
शासन ने सभी नगर पंचायतों को बरसात के मौसम में नाली व नालों की सफाई कराने का यथाशीघ्र निर्देश दिया गया था. लेकिन स्थानीय नगर पंचायत ने कुछ जगहों पर साफ-सफाई की खानापूर्ति करते हुए जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली. लगभग पांच माह से थाने के सामने नाली निर्माण के लिए गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है. कस्बे के जनता इंटर कालेज के सामने, अस्पताल रोड, यूनियन बैंक के सामने, पाठक टोला, भगमलपुर, भंडारी, सरायचावट, तिलकारी सहित कोई ऐसा मुहल्ला या संपर्क मार्ग नहीं, जहां बरसात में पानी न भरा हो.
This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE
सड़कों एवं संपर्क मार्गो पर पानी भर जाने के कारण लोगो को आवागमन में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.वहीं गंदे पानी भरने की वजह से मलेरिया डेंगू जैसी संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है. ऐसा नहीं है कि नगर पंचायत में पानी निकासी, नाली की साफ सफाई न होने की जानकारी नगर पंचायत को नहीं है लेकिन नगर पंचायत अधिकारी व कर्मचारी समस्या के प्रति गम्भीर नहीं है.
नगर पंचायत के पाठक टोला निवासी दीपू पाठक ने बताया कि मुहल्ले की नालियों के चोंक होने से गलियों एवं रास्ते पर गंदे पानी का जमाव हो रहा है. जिससे जहां आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं गंदे पानी की वजह से इंफेक्शन का भी डर सता रहा है. कई बार इसकी शिकायत नगर पंचायत कार्यालय पर की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
राज बहादुर सिंह अंशू ने बताया कि बाजार में नाली सफाई के नाम पर केवल कोरम पूर्ति की गई. नाली की सफाई न होने से सड़कों पर बारिश के पानी इकट्ठा हो जा रहा है. कहा कि नगर पंचायत बनने पर आस जगी थी कि नगरा का विकास होगा लेकिन स्थिति ग्राम पंचायत से भी बदतर हो गई है. कहे कि नगर पंचायत के सभी इलाकों में भारी जल जमाव के साथ साथ हर जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)