बलिया. गेहूं खरीद के लक्ष्य को पूरा करने के लिए खरीद की प्रगति में लगातार तेजी बनाए रखने को लेकर जिलाधिकारी अदिति सिंह पूरी तरह गंभीर हैं। वह प्रतिदिन शाम को गेहूं खरीद से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा भी कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया है कि हर एक केंद्र पर प्रतिदिन कम से कम 600 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जाए। बैठक के दौरान यह भी निर्देश दिया जा रहा है कि किसानों को अगर कहीं समस्या हो रही तो उसका प्राथमिकता पर निराकरण कराया जाए। किसानों की सुविधा के लिए मई महीने से अवकाश के दिनों में भी क्रय केंद्र को खोल कर खरीद की जा रही है।
वर्तमान में जिलाधिकारी के निर्देशन में कुल 5437 किसानों से 30175.815 मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है। किसानों को 3512 लाख रूपए का भुगतान किया भी जा चुका है। पिछले वर्ष 21737 मीट्रिक टन की खरीद हुई थी। इस प्रकार की वर्तमान वर्ष में कोविड काल के बावजूद 900 मीट्रिक टन अधिक खरीद हुई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि कुल 75 क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद की जा रही है। इसके अलावा 9 पीसीएफ के केंद्र मण्डी में स्थापित हैं, ताकि अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित किया जा सके। इसके अलावा प्रतिदिन प्रातःकाल सभी सम्बन्धित एसडीएम द्वारा सभी क्रय केंद्रों के संचालन एवं वहां उत्पन्न हो रही समस्याओं को दूर कराया जा रहा है। साथ ही गेहूं भंडारण के लिए नजदीकी विद्यालय पर भंडारण की उचित व्यवस्था की जा रही है।
टोकन के हिसाब से की जा रही खरीद
अपर जिलाधिकारी ने बताया कि बेलहरी में एफपीसी का क्रय केंद्र पिछले वर्ष संचालित था, पर इस वर्ष अद्यतन शासनादेश के अनुसार एफपीसी का केंद्र मण्डी से बाहर संचालित नहीं हो सकता, इसलिए बेलहरी में क्रय केंद्र स्थापित नहीं हो सका है। उन्होंने बताया कि सोनबरसा में विपणन शाखा का क्रय केंद्र संचालित है, जहां किसानों का टोकन जेनरेट हुआ है और उन्हीं किसानों से खरीद की जा रही है। बिना टोकन खरीद नहीं की जा रही है। उन्होंने बताया कि जो किसान टोकन जेनरेट होने के बाद भी अपना गेहूं केंद्र पर बेच नहीं सके थे, उनका भी रोस्टर बनाकर गेहूं क्रय किया जा रहा है।