डरे डरे से सहमे सहमे चेहरे बन कर, जाने किस को झाँकते हैं और छुप जाते हैं
कोरोना संक्रमण को लेकर जहाँ हर तरफ सतर्कता बरती जा रही है. वहीं पूरे भारत में लॉकडाउन है. गृह मंत्रालय द्वारा रेड, ऑरेंज और ग्रीन तीन जोन बनाए गए हैं. प्रभावित इलाकों को खास तौर पर चिन्हित करने के उद्देश्य से बफर जोन और कंटेनमेंट जोन भी बनाए गए हैं. दूसरे प्रांतों में फंसे श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आने लगे हैं. जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण की जद में स्थानीय लोग भी आने लगे.
केवरा गाँव मे कोरोना पॉजिटिव के दो केस मिलने से बांसडीह क्षेत्र में दहशत है, जो जहां है वही सहमा हुआ है. 11 मई को पहला कोरोना पॉजिटिव मिला था.
कोरोना पॉजिटिव मरीज की बात करें तो बैरिया थाना क्षेत्र के चाँद दियर का एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जो अहमदाबाद से जौनपुर होते हुए बलिया आया था. उसके 4 दिन बाद एक साथ 10 पॉजिटिव मरीज 15 मई को मिले. जिसमें एक 13 वर्षीय बच्ची भी थी. पहले वाले मरीज के सम्पर्क में 9 पॉजिटिव थे, जिनकी वजह से पॉजिटिव संख्या कुल 10 हुई थी. इस प्रकार इसी तरह मरीजों में इजाफा होता गया.
14 पॉजिटिव संख्या बढ़त में थी, परंतु 25 मई सोमवार की शाम अचानक 16 मरीजों की वृद्धि से अब संख्या 30 हो गई है. बाँसडीह तहसील अन्तर्गत है केवरा सब्जी बाजार.
25 मई सोमवार को आई रिपोर्ट में केवरा के दो पॉजिटिव मरीज मिलने से इलाके में दहशत का माहौल है. बता दें कि उक्त गांव में सब्जी का बाजार लगता है. जहाँ से थोक व्यापारी आकर सब्जी खरीदकर ले जाते हैं. इतना ही नहीं, इस बाजार से इलाके के अलावा, अन्य जनपदों मसलन मऊ, देवरिया और बिहार तक सब्जी लेकर लोग जाते हैं. लोगों में चर्चा है कि दो पॉजिटिव जो पाए गए हैं. उसमें एक यहां सब्जी भी बेचता था. यही नहीं, उक्त दोनों पॉजिटिव मरीज पूरे गांव में घूमते थे.
बताया जा रहा है कि गांव के एक तुरहा बिरादरी के बुजुर्ग ने जब दस दिन पहले बोला और गाली दे दिया कि इसे कोरोना हुआ है, तो मौके पर मौजूद हल्का इंचार्ज ने बुजुर्ग को पीट दिया था, हल्का इंचार्ज ने कहा भी कि पुलिस के सामने गाली दे रहे हो. उम्र का भी लिहाज नहीं किया गया. अब गांव मायूस है. जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि केवरा कंटेनमेंट जोन में है. उसे सील कर दिया गया है.
गुहार लगाते रह गए, कोई नही सुना
केवरा के अखिलेश सिंह उर्फ गुड्डू का कहना है कि हमने 7234862412 अपने मोबाइल नम्बर से कंट्रोल रूम को कम्प्लेन भी किया था. बताया था कि बाजार बन्द कर दिया जाए, कोई नहीं सुना. बाहर से आने वालों के लिए कोई व्यवस्था नहीं रही. केवरा बाजार लगाने के लिए भी स्थानीय प्रशासन को प्रधान से लेकर गांव के लोग गुहार लगाते रहे, लेकिन एक न सुनी गई.
अखिलेश तिवारी उर्फ छोटे कहते हैं कि माहौल खराब पहले से ही लग रहा था. लापरवाही दिख रही थी. जिसका डर था, वह बात सामने आ ही गई.
ग्राम सभा केवरा निवासी संपत तुरहा पुत्र छोटे लाल तुरहा का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से पूरे केवरा गाव में हड़कंप मच गया है. संपत तुरहा अभी कुछ दिन पहले ही बाहर से गांव आए थे. और होम कोरेनटाइन के नाम पर पूरी लापरवाही बरत रहा था. संपत तुरहा के पिता और भाई सब्जी मंडी में सुबह और शाम के समय सब्जी बेचते थे. संपत तुरहा भी सब्जी बेचने में मदद करता था और दिन भर इधर उधर घूमता था. अभी भी उसके परिजन को कोरेनटाइन नहीं किया गया है. प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर पूरे बाजार को बंद करवा दिया है. सब्जी, किराना स्टोर, मेडिकल की दुकानें भी बंद हो गई है. रोड पर घूमने वालों पर बल का भी प्रयोग किया गया.
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने ली निगरानी समिति की बैठक
बांसडीह नगर पंचायत के कार्यालय में निगरानी समिति की बैठक राहत आपदा आयुक्त और संयुक्त मजिस्ट्रेट अन्नपूर्णा गर्ग ने ली. निगरानी समिति की नोडल अधिकारी आईएएस अन्नपूर्णा गर्ग ने निगरानी समिति के सभासदों और सदस्यों को जागरुकता अभियान छेड़ने का सलाह दिया. बैठक में सभासदों को कई टिप्स भी दिए गए. इतना ही नहीं उन्होंने आम लोगों से अपील किया कि इस संकट की घड़ी में सबका सहयोग जरूरी है.
सभी लोग मास्क लगाकर रहे. साबुन से हाथ धोए. सेनेटाइजर का प्रयोग करते रहे. आपको कोरोना संक्रमण से लड़ना है. धैर्य का परिचय देते हुए हम सभी को सजग रहना है. आपके क्षेत्र में भी करोना पॉजिटिव केस पॉय गए है, जिससे अब स्वयं को बचना है. उन्होंने सर्वप्रथम बाहर से आये हुए लोगों के बारे में सभासदों से जानकारी प्राप्त की. उन्होंने कहा कि बाहर से आए हुए लोग होम कोरेटाइन में रहेंगे. सोशल डिस्टैन्स का पालन करना है. सभी लोगो को मास्क लगाना अनिवार्य है. एक मीटर की दूरी पर सबको रहना है. सभी को सजग रहना है. अगर कोई भी बाहर से आया तो उसे 28 दिन का होम कोरेनटाइन रखना है. जो भी कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं, उनमें लक्षण पहले नहीं थे. फिर चेकप के बाद उनमें लक्षण पाए गए.
अगर बाहर का व्यक्ति आया है और घर मे ही कोरेण्टाइन हैं तो संभवतः हैं कि कोरोना स्वतः ही खत्म हो जाएगा. हम लोगों का बचाव ही लक्ष्य है. तथा निश्चित ही हम लोग कोरोना जैसे अदृश्य संक्रमण से लड़कर जीत हासिल करेंगे. उन्होंने अधिशाषी अधिकारी व सभासदों को निगरानी समिति का रजिस्टर भी दिया. और आने वाले प्रवासी मजदूरों के बारे जानकारी रखने के निर्देश दिए. बैठक में नगर पंचायत अध्यक्ष रेनु सिंह, अधिशासी अधिकारी सीमा राय, सभासद गणों में परशुराम सिंह, सोनू सिंह, शम्भू पटेल, अरविंद रौनियार, ईश्वरचंद, धर्मेंद्र तिवारी, लुकमान, अशोक चन्द्र गुप्ता, संजीव पटेल आदि मौजूद रहे.