बुजुर्गों की सेवा एवं सम्मान से ही होगा युवा पीढ़ी का उत्थान-पं. अश्विनी कुमार उपाध्याय
दुबहर, बलिया. क्षेत्र के नगवा गांव निवासी पूर्व प्रधानाध्यापक पं. देवानंद चौबे के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में उन्हें पैतृक आवास पर शिक्षकों एवं संभ्रांत नागरिकों ने सम्मानित किया.
सम्मान समारोह का आयोजन श्री चौबेजी के पुत्र हरे राम चौबे एवं शिक्षक प्रेमजी चौबे ने संयुक्त रूप से किया. क्षेत्र के दर्जनों अवकाश प्राप्त शिक्षक प्रबुद्धजन एवं क्षेत्र के पत्रकारों को भी माल्यार्पण कर अंगवस्त्रम व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया. सम्मानित होने वालों में प्रमुख रूप से राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक पं० शिवजी पाठक, पं०अश्विनी कुमार उपाध्याय, रेवती के खंड शिक्षा अधिकारी रत्न शंकर पांडे, शिव कुमार पाण्डेय, शिक्षक एवं पूर्व प्रधान चंद्र कुमार पाठक, राज नारायण चौबे, महावीर पाठक, कन्हैया राम, ब्रह्माशंकर पाण्डेय, कृष्ण कांत पाठक, गणेश जी सिंह, बब्बन विद्यार्थी, पन्नालाल गुप्ता, बब्बन पाठक, कमला सिंह, पत्रकार नागेंद्र तिवारी, रणजीत सिंह, रमेश चंद्र गुप्ता, अन्नपूर्णानंद तिवारी, कुलदीप दुबे, शिक्षक अनिल पाठक, गणेश जी सिंह आदि रहे.
मुख्य वक्ता के रूप में पं. अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि आजकल के युवा अधिकतर अपने बुजुर्गों के प्रति उदासीन रहते हैं. बुजुर्गों की सेवा और सम्मान से ही आज की युवा पीढ़ी का कल्याण होगा. उमाशंकर चौबे ने उपस्थित लोगों का आभार प्रकट एवं संचालन शिक्षक बृज किशोर पाठक एवं विकास चौबे ने संयुक्त रूप से किया.
बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट