करिया बादर जीउ डरवावै, भूरा बादर नाचत मयूर पानी लावै

20 जून तक बलिया समेत पूरे पूर्वांचल में दस्तक दे सकता है मानसून- डॉ. गणेश कुमार पाठक

बलिया। मानसून का पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंतजार बड़ी बेसब्री से हो रहा है. बलिया, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, बहराइच, बस्ती और आसपास के क्षेत्रों में मानसून कभी भी दस्तक दे सकता है. पूर्वांचल में मौसम का रुख बदलाव की ओर है. इस पूरे सप्ताह बादलों की आवाजाही के साथ उमस का भी दौर बने रहने की उम्मीद है. मौसम विज्ञनियों के अनुसार मानसूनी सक्रियता बनी हुई है और यह जल्द ही पूर्वांचल में दस्तक दे देगी. इसे देखते हुए जिले के किसान खेतों की जोताई व बोआई में जुट गए हैं. उधर, उमस भरी गर्मी से हर कोई बेहाल हो गया है. ऐसे में लोगों को बारिश का इंतजार है. बादलों के आने से रविवार को पूरे दिन धूप व छांव को आनंद मिला.


अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य भूगोलविद् एवं पर्यावरणविद् डॉ. गणेश कुमार पाठक ने बलिया लाइव संग विशेष बातचीत में बताया कि मानसून अपनी सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है.

यदि यही गति बरकरार रही तो बलिया सहित पूर्वांचल के जिलों में मानसून 20 जून तक आ सकता है. आज बलिया में दोपहर दो बजे पूरब दिशा से पूर्वीं हवा के साथ उमड़ -घुमड़ आ रहे बादलों के अवलोकन से यह बात स्पष्ट हो जा रही है कि बिहार के रास्ते प्री मानसून के ये बादल बलिया सहित पूर्वांचल के जिलों में भी छा जाने को बेकरार हैं. यही नहीं एक- दो दिन में ये बादल पूर्णतः छा जाएंगे और पुर्वा हवा की गति भी क्रमशः तीव्र होती जाएगी. ऐसी स्थिति में पूर्वीं हवा के झोकों के साथ 16 – 18 जून के बीच प्री मानसूनी बारिश बलिया सहित पूर्वांचल के जिलों में भी हो सकती है.


यदि 16 – 18 जून के मध्य प्री मानसूनी वर्षा हो जाती है और मानसून के आगे बढ़ने की गति सामान्य बनी रही तो बिहार के रास्ते मानसून भी बलिया सहित पूर्वांचल के जिलों में प्रवेश कर सकता है और मानसूनी वर्षा हो सकती है. किन्तु इसके साथ ही साथ यह भी कहा जा सकता है कि मौसमी गतिविधियाँ प्रायः अनिश्चित होती हैं इसलिए यह आँकलन एक- दो दिन आगे – पीछे भी हो सकता है.

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