बलिया। जिला कारागार में एक कैदी की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश शासन ने डिप्टी जेलर सहित चार जेल कर्मियों को निलंबित कर दिया है. कारागार उप महानिरीक्षक राम धनी राम ने शनिवार को बताया कि बलिया जिला कारागार के डिप्टी जेलर बाबूराम यादव के अलावा तीन अन्य कर्मियों रघुवंश सिंह, चंद्रशेखर और अवधेश यादव को निलंबित कर दिया गया है. उप महानिरीक्षक ने बताया कि कारागार अधीक्षक प्रशांत मौर्य और जेलर विनय कुमार को नोटिस जारी किया गया है.
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर जिला कारागार से जुड़ा एक वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था. इस वायरल वीडियो में तीन कैदी एक कैदी की खुलेआम जमकर पिटाई करते दिख रहे हैं. कैदी की हाथ, पैर और चप्पल से पिटाई की जा रही है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर कारागार महानिदेशक ने कारागार उप महानिरीक्षक को जांच करने के लिए भेजा था. उनकी रिपोर्ट पर यह कार्रवाई की गई है.
जिला कारागार के अंदर बंदियों में मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद डीजी जेल के स्तर हुई कार्रवाई से हड़कंप मचा है. शनिवार को जेल की व्यवस्था पटरी पर दिखाई पड़ी. वहीं अंदर की भी व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त कर दी गई थी.
प्रभारी डीआइजी जेल डॉ. रामधनी ने तीन दिनों तक मामले की गहराई से जांच की. इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी. इस पर डीजी जेल ने कार्रवाई करते हुए डिप्टी जेलर बाबू राम यादव, हेड जेल वार्डर रघुबंश सिंह, चंद्रशेखर व अवधेश यादव को संस्पेड कर दिया. वहीं जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्या व जेलर विनय कुमार को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है. इस कार्रवाई के बाद जेल में हड़कंप मच गया है. अधिकारी व कर्मचारी जेल के अंदर की व्यवस्था को लेकर सख्त दिखे. वहीं जेल के अंदर जमा बरसात के पानी ने समस्या को और जटिल कर दिया है. बंदियों व कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जेल के अंदर तीन दिनों में कोरोना के 228 मरीज मिलने से बंदियों में भय व्याप्त है. इस जेल में बंदी व कर्मचारी मिलाकर 817 लोगों की जांच की गई. इसमें 228 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले. इसको लेकर जेल प्रशासन सतर्क हो गया है. जेल अधीक्षक प्रशांत मौर्य ने बताया कि जेल के अंदर तीन बैरकों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. सभी का इलाज चल रहा है. चिकित्सकों की टीम तैनात है.