

दुबहर,बलिया. दुबहर थाना क्षेत्र के रामपुर टीटीही ग्राम सभा की डेढ़ वर्षीया बालिका के अचानक घर से गायब होने के कारण पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया.परिवार वालों ने पहले अपने दरवाजे और गांव में खोजबीन की, नहीं पता चला तो स्थानीय थाने पर लिखित आवेदन देकर पुलिस को सूचना दी .
जानकारी के मुताबिक रामपुर टीटीही निवासी पप्पू पटेल की डेढ़ वर्षीया पुत्री अनन्या शुक्रवार को लगभग 2:30 बजे दरवाजे पर अपने दादी एवं माँ के संरक्षण में खेल रही थी. किसी कार्यवश बालिका की मां एवं दादी घर में गई. इसी दौरान बच्ची गायब हो गई. बच्ची के गायब होने के बाद परिजनों में अफरा-तफरी मच गई. परिजनों एवं ग्रामीणों द्वारा काफी खोजबीन के बाद भी बालिका का पता नहीं लगा. परिजनों एवं आसपास के लोगों द्वारा बालिका को खोजने के बाद भी पता नहीं लगा तो बालिका की मां ममता देवी बदहवास हो गई. परिजनों ने इसकी सूचना तत्काल स्थानीय दुबहर पुलिस को दी.
देर रात पुलिस अधीक्षक बलिया, उपाधीक्षक बलिया, क्षेत्राधिकारी सदर एवं लगभग डेढ़ सौ की संख्या में पुलिस बल उस गांव में पहुंच कर छानबीन करने लगे.जनपद के सभी थानों को इस संबंध में अलर्ट कर दिया गया. पुलिस एवं एसओजी टीम ने संयुक्त रूप से प्रयास करके बालिका को शनिवार को सुबह हल्दी थाना क्षेत्र अंतर्गत हुलासो सती मंदिर से बरामद कर लिया और उसे परिजनों को सौंप दिया .
अपहृत बालिका अनन्या पुत्री पप्पू पटेल उम्र लगभग 18 माह किसी तरह से सिर्फ मम्मी, पापा ही बोल पाती है. लगभग 25 से 30 मीटर तक चलने के बाद वह गिर जाती है .आखिर वह बच्ची घर से अचानक गायब कैसे हो गई यह कौतूहल का विषय अब भी बना हुआ है.

खोजबीन में सोशल मीडिया का भी सहारा लिया गया. पुलिस के साथ गांव वाले भी तलाश में लगे रहे तभी हल्दी थाना क्षेत्र के हांस नगर नई बस्ती के समीप हुलासो सती के मंदिर के पास महिलाएं परछावन कर रही थी. सभी महिलाएं अपने घर को वापस लौट गई परंतु एक बच्ची वहीं पर बैठी थी. इसे देख उस गांव की महिलाएं उसे गोद में उठा ली और अपने घर लेती गईं .साथ ही अपने ग्राम सभा हल्दी के ग्राम प्रधान को भी इस बात की सूचना दे दी .
माना जा रहा है कि पुलिस की सक्रियता एवं एसओजी के सक्रियता के कारण किसी ने शुक्रवार की देर शाम हल्दी थाना क्षेत्र के हांसनगर स्थित हुलासो सती के स्थान पर बच्ची को छोड़ दिया था जहां से पुलिस एवं एसओजी की संयुक्त टीम ने बच्ची को सकुशल बरामद कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया.
(दुबहर से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)