बाढ़ राहत से ज्यादा राजनीति की चिंता

बाढ़ की भयंकर तबाही से हजारों लोगों के घर बर्बाद हो गए, पीड़ितों की जिंदगी थम सी गई, वे सड़क पर जीवन बसर करने को मजबूर हैं. वहीं कुछ लोगों के लिए बाढ़ पीड़ितों के बहते आंसू सेल्फी लेने और सोशल मीडिया पर अपनी राजनीति चमकाने का जरिया बन गये है.