
बैरिया : बैरिया तहसील में गुरुवार को तहसीलदार अदालत में एक मुकदमे के सुनवाई के दौरान एक वादकारी और उनके परिवार वालों ने एक अधिवक्ता को लात-घूसों से जमकर पीट दिया. वहां मौजूद अन्य अधिवक्ताओं और वादकारियों ने मामला शांत कराया. घटना की लिखित तहरीर संबधित अधिवक्ता ने बैरिया पुलिस को दी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
तहसीलदार श्रवण कुमार राठौर ने उक्त घटना की लिखित रिपोर्ट एसडीएम अशोक कुमार चौधरी को भेज दी है.एसडीएम ने मुकदमे को जनपद की दूसरी तहसील में स्थानांतरित करने के लिए डीएम को उक्त रिपोर्ट भेज दी है.
बताते हैं कि गुरुवार को खरीदे गये खेत के स्वामित्व नामांतरण से संबंधित मुकदमा शशिभूषण बनाम बलराम की तारीख थी, दोनों पक्ष न्यायालय में मौजूद थे. बलराम के अधिवक्ता अरविंद सिंह मुकदमे के नामांतरण में आपत्ति की थी जबकि रामलाल सिंह शशिभूषण सिंह के पैरवीकार थे.
किसी बात पर कहासुनी हो गई. तभी अधिवक्ता अरविंद सिंह को कुछ लोगों ने जमकर पीट दिया.तहरीर में इस मामले में वकील ने शशिभूषण सिंह, मणि भूषण सिंह निवासी मठ, योगेंद्र गिरि, निखिल उपाध्याय निवासी सोनबरसा सहित छह लोगों के खिलाफ लिखित तहरीर देकर मारपीट करने, जेब से 1700 रुपये निकाने और मुकदमों की कुछ पत्रावलियां साथ ले जाने का आरोप लगाया है.
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वहीं तहसीलदार का कहना है कि उनके सामने ही अधिवक्ता की पिटाई हुई है और वह किसी को पहचान नहीं रहे हैं. न्यायालय में लगा सीसीटीवी कैमरा देखने से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.
इस बीच बार एसोसिएशन बैरिया के अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव की अध्यक्षता में बैरिया तहसील के अधिवक्ताओं की बैठक हुई. बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर अधिवक्ता पर हमला करने वाले आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है.
उन्होंने पूरे जनपद की न्यायिक प्रक्रिया ठप करने की चेतावनी दी है. उधर कोतवाल बैरिया संजय त्रिपाठी से पूछने पर बताया कि किसी को गुण्डई करने की छूट नहीं दी जा सकती.