रसड़ा : क्षेत्र के नागपुर गांव के मियां के बगीचा टोले में डायरिया से दर्जनों लोगों के बीमार होने और मासूम पूजा की मौत से गांव वालों में खौफ है. वहीं पूजा के घर की हालत देख सबकी आंखें नम हो रही थी.
अक्सर किसी बड़ी घटना के बाद कोई भी विभाग काफी सजग और सचेत हो जाता है. फिर बात आयी गयी हो जाती है और लापरवाही कायम रह जाती है. लोगों का मानना है कि रसड़ा क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग में तैनात कर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाते तो संक्रामक रोग नहीं फैलता.
आलम यह है कि ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सक ही ड्यूटी से गायब रहते हैं. लोग मानते हैं कि अगर समय समय पर गांव में जागरूकता अभियान, दवाओं का वितरण, दवा छिड़काव होता तो गांव में डायरिया नही फैलती. करोड़ो रूपये वेतन लेने वाला स्वास्थ्य विभाग जागता है या फिर उसे किसी ‘पूजा’ की मौत का इंतजार है.