जिले में 65700 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य, तैयारियां पूर्ण

जिलाधिकारी ने की समीक्षा बैठक, एक अप्रैल से क्रय केन्द्रों पर शुरू होगी खरीददारी

बलिया। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारोत ने रबी विपणन वर्ष 2018 -19 मे गेहूं खरीद के लिए सभी आवश्यक तैयारिया पहले से ही करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गेहूं खरीद में कहीं पर भी कोई अव्यवस्था किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए है बिचौलिए कहीं भी सक्रिय नहीं रहना चाहिए. जिलाधिकारी ने कहा है कि किसानों का गेहूं पूरी सहूलियत और सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के अनुरूप न्यूनतम समर्थन मूल्य 1735 /-रुपया प्रति कुंतल की दर से क्रय किया जाए. ₹ 10 /- प्रति कु पल्लेदारी का किसान द्वारा पहले दिया जाएगा. फिर गेहूं के भुगतान के समय यह ₹10 /-समर्थन मूल्य में जोड़कर कुल 1745/- प्रति कुंतल के हिसाब से आरटीजीएस के माध्यम से किसान के खाते में भेजा जाएगा.

जिलाधिकारी मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गेहूं खरीद के संबंध में की गई तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. अपर जिलाधिकारी व गेहूं खरीद के प्रभारी अधिकारी मनोज कुमार सिंघल ने सभी क्रय एजेन्सियो के अधिकारियों को व्यापक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि कहीं पर कोई कमी नहीं रहनी चाहिए. उन्होंने कहा सभी एजेन्सियां अपने क्रय केंद्र प्रभारियों के साथ मीटिंग करके समस्त आवश्यक तैयारिया पूरी कर लें.

जिलाधिकारी ने बताया कि गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से 15 जून तक होगी. उन्होंने बताया कि अभी तक 68 केंद्र अनुमोदित किए गए और 65700 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि खाद्य विभाग के 15 केन्द्र, पीसीएफ के 38 केन्द्र, एग्रो के 4, कर्मचारी कल्याण निगम के 5, एनसीसीएफ 3 व एफसीआई के तीन केंद्र खोलें जा रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया खाद्य विभाग द्वारा 30 हजार मी टनपीसीएफ द्वारा 17600 मी टन, एग्रो द्वारा 3500 मी टन, कर्मचारी कल्याण निगम द्वारा 5000 मी0 टन एनसीसीएफ द्वारा 600 मीट्रिक टन व एफ सी आई द्वारा 9000 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि किसानों से गेहूं खरीद के समय खतौनी और बैंक पासबुक की फोटो कॉपी ली जाएगी. जिलाधिकारी ने कहा कि सभी केन्द्रो पर सभी सुविधाएं व उपकरण अभी से व्यवस्थित कर लिए जाएं. कहा कि केन्द्रो पर धन की उपलब्धता, इलेक्ट्रॉनिक कांटा, नमी मापक यंत्र, छलना आदि तथा किसानों के लिए पीने के पानी व छाया आदि की सुविधा होनी चाहिए. उन्होंने कहा सभी एसडीएम अपने क्षेत्र के क्रय केंद्रों का परीक्षण कर ले तथा फीडबैक ले ले और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी इस संबंध में विश्वास में लेकर वार्ता कर लें. कहा कि एसडीएम परिवहन की दरों को भी रिवैलियेट कर लें. जिलाधिकारी ने कहा की चेक लिस्ट के अनुसार सेंटरवार सभी सुविधाओं का निरीक्षण कर लिया जाय. एसडीएम बोरों पर विशेष नजर रखेंगे और इलेक्ट्रॉनिक कांटा सही होना चाहिए. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक कांटे की संबंधित मंडी परिषद से डिमांड कर ली जाए तथा पुराने खराब कांटे वहां पर जमा कर दिए जाएं. उन्होंने जोर देते हुए कहा सभी के केंद्र प्रभारी अपने केंद्रों पर बैनर अवश्य लगवाएं तथा बैनर पर निर्धारित दरों व अन्य प्रमुख निर्देशों व फोन न. का उल्लेख अवश्य करें. जिलाधिकारी ने कहा गेहूं खरीद के बारे में एक कंट्रोल रूम की स्थापना जल्दी से जल्दी कर दी जाय तथा डिप्टी आरएमओ लगातार सभी सूचनाओं का संकलन करते रहे.अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) मनोज कुमार सिंघल ने कहा की गेहूं खरीद की प्रभावी व ठोस रणनीति बना ली जाए ताकि खरीद के समय किसानों को कोई असुविधा ना हो. इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार पांडे, खाद्य विपणन अधिकारी अनिल तिवारी सहित सभी क्रय केन्द्र प्रभारी, उप जिलाधिकारी सिकंदरपुर श्री राजेश यादव, उप जिलाधिकारी बैरिया राधेश्याम पाठक, उप जिलाधिकारी अनिल चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारी, क्रय केंद्रों के प्रभारी उपस्थित थे.

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