बैरिया/मझौंवा (बलिया)। किसान शिशु विद्या मंदिर पियरौटा के प्रांगण में गुरुवार को एसबीआई शाखा रामगढ़ के द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड नवीनीकरण शिविर आयोजित की गई. शिविर में केसीसीधारकों को शाखा प्रबंधक शशिकांत कुमार ने केसीसी के फायदे तथा हानि के बारे में कई जानकारी दी.
बताया कि किसानों केसीसी का भरपूर लाभ उठाएं, यही बैंक की मंशा है. जानकारी के अभाव में लोग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. केसीसी खाते में लेन देन निरंतर करते रहने से किसानों को कई फायदे मिलते हैं, खेती के आधार पर लोन की सीमा तय की जाती है. अमूमन होता है कि बैंक से लोन निकलने के बाद लोग बैंक की ओर देखते तक नहीं है. केसीसी को लोन के रुप में नहीं समझें, बल्कि बचत खाता की तरह पैसे की जमा निकासी करें. ऐसा करने से किसानों को 7 प्रतिशत की जगह महज 4 प्रतिशत ही ब्याज देना होगा. जमा निकासी नहीं करने वाले किसानों को 7 प्रतिशत की जगह 12 प्रतिशत ब्याज चुकाना पड़ता है. इसके अलावे हर वर्ष ऋण की सीमा में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है. उन्होंने कहा कि जमा-निकासी करने वाले किसानों का दो लाख के बीमा के साथ-साथ फसल बीमा भी होता है.