
रजरप्पा मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर है, जहां आदिवासियों और स्थानीय जनजातियों में संथाली देवी छिन्नमस्तिका की मूर्ति स्थापित है. दुर्गा पूजा के मौके पर यहां सबसे पहले आदिवासियों द्वारा लाये गये बकरे की बलि दी जाती है.
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मंदिर में मन्नत मांगने के लिए लोग लाल धागे में पत्थर बांधकर पेड़ या त्रिशूल में लटकाते हैं. मन्नत पूरी हो जाने पर उन पत्थरों को नदी में प्रवाहित करना होता है.
मंदिर के बारे ज्यादा जानकारी वेबसाइट पर मिल सकती है जिसका पता है – http://rajrappamandir.org/