अलविदा धनुष यज्ञ मेला, अब अगले साल मिलेंगे

उमड़ा खरीदारों का रेला, दिन भर हलकान रही पुलिस और मेला प्रबंधन के लोग

बैरिया (बलिया) से वीरेंद्र नाथ मिश्र

संत सुदिष्ट बाबा के आश्रम पर लगने वाला धनुष यज्ञ मेला मंगलवार को समाप्त हो गया. आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व वाला पूर्वांचल का यह सुप्रसिद्ध मेला पूरे 24 दिनों तक चला. आरंभ में मेले में भीड़ तो कम रही, लेकिन एक सप्ताह बीतते ही मेले में मेला प्रेमियों का रेला उमड़ने लगा. परिणाम रहा कि मेला शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ. अंतिम दिन मेले में किसी तरह की कोई वारदात ना हो जाए, इसके लिए स्थापित थाना मीना बाजार के कर्मचारी व मेला प्रबंधन के लोग दिन भर हलकान रहे.

अंतिम दिन लकड़ी के सामानों,पलंग, डिनर टेबल, सोफा, लोहे के बक्से, बर्तन, चौकी इत्यादि सामानों की खूब बिक्री रही. मिठाई की दुकानों, खेल तमाशा, सौंदर्य प्रसाधन, वस्त्र, ऊनी वस्त्र, मेले में तरह तरह के फूल पौधों और फलदार पेड़ों के लिए लगी नर्सरी मे बेतहाशा भीड़ देखी गई. मेला सहप्रबंधक संजू गुप्ता, पूर्व प्रधान गौरीशंकर गुप्ता, प्रधान प्रतिनिधि रोशन गुप्त आदि अलग-अलग टोलियां बनाकर मेले में दिनभर चक्रमण कर व्यापारियों से उनका हाल-चाल लिये तथा किसी दुकान पर किसी शरारती तत्वों द्वारा कोई अप्रिय घटना न हो जाए इसके लिए चौकस रहे.

मेले में दूरदराज जनपदों व प्रदेशों से अपनी अपनी दुकान में लेकर के व्यापारी आए थे. मेला सहप्रबंधक संजू गुप्त व प्रधान प्रतिनिधि रोशन गुप्त मिलकर उनके खरीद बिक्री से संतुष्टि के बारे में जानकारी लिए और अगले साल फिर अपनी दुकाने और यह साज सज्जा के साथ लाने का न्योता भी दिए. मेले का अंतिम दिन होने के चलते काफी भीड़ भाड़ रही और तरह-तरह के वस्तुओं की खूब खरीदारी भी हुई. ऐसा माना जाता है कि अंतिम दिन जाते-जवाते दुकानदार लागत मिलने पर भी अपना सामान यह सोच कर बेच देते हैं कि कौन ढोकर के करके फिर वापस ले जाए. ऐसे में खरीददार काफी संख्या में गए थे और देर शाम तक खरीद बिक्री होती रही. मेला के सकुशल समापन पर मेला प्रबंधक/ प्रधान जनक दुलारी देवी व पूर्व प्रधान गौरीशंकर गुप्त ने सहयोग के लिए ग्राम पंचायत सदस्यों वह ग्रामसभा के सहयोगी सम्मानित लोगों के प्रति आभार ज्ञापित किया.

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