आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई किशोरी, 15 अक्टूबर को सिकरहटा गांव के पास लहूलुहान हालत में मिली थी किशोरी

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-14 अक्टूबर को सहेली के साथ देखने गई थी मेला, पर नहीं लौटी घर

-मुख्य आरोपी भेजा जा चुका है जेल

बलिया। नगरा थाना क्षेत्र के सिकरहटा में खून से लथपथ बेहोशी की हालत में मिली किशोरी घटना के 7वें दिन शुक्रवार को जिंदगी की जंग हार गयी। इसकी बीएचयू में इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके मरने के साथ ही घटना के सारे राज उसके साथ ही दफन हो गए। इसकी पुष्टि सीओ रसड़ा शिवनारायण वैश्य ने की।

 

बता दें कि नगरा थाना क्षेत्र में 14 अक्टूबर 2022 की शाम अपनी सहेली के साथ अपने गांव के इंटर कालेज में रावण बध का मेला देखने गयी 13 वर्षीय किशोरी मेले से घर नहीं पहुंची। अगले दिन थाना क्षेत्र के ही सिकरहटा गांव के पास सड़क किनारे खून से लथपथ बेहोशी की हालत में वह मिली थी। जिसके हाथ के नस धारदार हथियार से काटे जाने का निशान था।उसकी हालत देख लोग दुष्कर्म के बाद हत्या के प्रयास की आशंका जता रहे थे। जिसकी पहचान मेले में गायब किशोरी ले रुप मे हुई थी। सुबह शौच को निकले ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। जिसके बाद पुलिस ने उसको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगर ले गए, जहां डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां भी उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुये वाराणसी के लिए डॉक्टरों में रेफर कर दिया था। जहाँ उसका इलाज चल रहा था, लेकिन घटना के बाद आखिरी क्षण तक उसको होश नहीं आया। शुक्रवार की शाम को उसकी मौत हो गयी।

 

इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में गोली मारकर गिरफ्तार किया और उसे जेल भेज दिया था। इस बाबत रसड़ा शिव नारायण व्यास ने बताया कि सिकरहटा में बेहोशी हालत में मिली किशोरी की मौत शुक्रवार की शाम हो गई।

(बलिया से संतोष शर्मा की रिपोर्ट)