लवकुश सिंह
जयप्रकाशनगर। आज रिलायंस समेत ज्यादातर निजी कंपनियां अपनी सेवाओं को बेहतर से बेहतर बनाने में लगी हैं, वहीं जयप्रकाशनगर में बीएसएनएल का मानो कोई माई-बाप ही नहीं है. चाहे वह टेलीफोन सेवा हो, माबाइल या फिर इंटरनेट. सबके हालात एक समान हैं. जेपी ट्रस्ट के व्यवस्थापक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि यहां ट्रस्ट परिसर में ही बीएसएनएल का एक्सचेंज है, किंतु इसकी कोई भी सेवा आज तक बेहतर नहीं बन सकी.
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यहां 16 अगस्त से ही टलीफोन सेवा पूरी तरह ठप है, इसकी शिकायत हमने खुद दर्जनों बार विभाग को की, किंतु आज तक वह ठीक नहीं हुई. उसके चलते इंटरनेट सेवा भी तभी से बाधित है. मोबाइल सेवाओं का भी वहीं हाल है. यह सेवाएं भी दिन-रात मिलाकर आठ से 10 घंटे ही मिल पाती हैं या फिर तीन-तीन दिन गायब रहती हैं. यहां तैनात आपरेटर कभी ओबसी लाइन कटने तो कभी यहां लगे बैट्री का रोना रोते हैं. बताया जाता है कि यहां जरनेटर चलाने के लिए ईंधन भी ऊंट के मुंह में जीरा के समान ही दिया जाता है. सभी उपभोक्ताओं का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने कहा कि इस विभाग के सभी संबंधित उच्च अधिकारी पूरी तरह लापरवाह और गैर जिम्मेदार हैं. बताया कि इसी गांव में वोडाफोन, एयरटेल, एयरसेल, रिलायंस, आइडिया, टेलीनॉर आदि सभी कंपनियों के टॉवर मौजूद हैं, किंतु संबंधित अधिकारियों की अनदेखी से इनमें सबसे खराब सर्विस बीएसएनएल की ही है.
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यहां के एक्सचेंज की अनदेखी के चलते ही 90 फीसदी लोगों ने अपना टेलीफोन कटवा दिया, वहीं मोबाइल ग्राहक भी लगातार बीएसएनएल को अलविदा कह दूसरी कंपनियों का सिम ले रहे हैं – अशोक कुमार सिंह, व्यवस्थापक, जेपी ट्रस्ट