बिल्थरारोड-सिकंदरपुर में आंधी-पानी में सैकड़ों पेड़ धराशायी, कई जख्मी

बलिया। बलिया के सिकंदरपुर व बिल्थरारोड क्षेत्र  तथा पटना के इर्द गिर्द मंगलवार को लगभग अपराह्न एक बजे आयी तेज आधी व पानी के साथ गिरे ओले ने तबाही मचा दिया. सैकड़ों पेड़ धराशायी हो गये और बागीचे वीरान हो गए तथा कई दर्जन आशियाने भी उजड़ गए. साथ ही कई लोग पेड़ व दीवाल में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए. हवा की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा रही. बिल्थरारोड प्रतिनिधि के मुताबिक मंगलवार को एक बजे के करीब तेज हवा के साथ आयी आधी व पानी के साथ गिरे ओले ने खूब तबाही मचायी. क्षेत्र में सैकड़ो पेड़ धराशायी हो गये और आशियाने भी उजड़ गए. दिवाल गिरने से चंदाडीह गांव निवासी सुरेश वर्मा के पुत्र अमर वर्मा (17 वर्ष) का पैर गंभीर रूप से चोटिल हो गया. श्रीकिशुन यादव (50 वर्ष) पर जामुन की डाल गिरने से पैर टूट गया. उन्हें परिजनों द्वारा इलाज के लिए मऊ ले जाया गया. इस तरह क्षेत्र में कई लोगों के घायल होने की खबर मिल रही है.

वहीं सिकन्दरपुर- बेल्थरारोड तथा नगरा सड़क मार्ग पर पेड़ों के गिरने से चहुओर आवागमन बाधित रहा. ग्रामीणों की मदद् से पेड़ों की डालियों को काटकर हटाये जाने के बाद आवागमन शुरू हुआ. बिल्थरारोड नगर के स्टेट बैंक के समीप खड़ी बाइक पर पेड़ गिरने से क्षतिग्रस्त हो गयी.

सिकंदरपुर प्रतिनिधि के मुताबिक मंगलवार को क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बघूड़ी के परिसर में उस समय बड़ा हादसा होने से बच गया जब दोपहर में आई आधी में केंद्र के पुराने भवन के चार कमरों का छज्जा और रेलिंग अचानक ध्वस्त हो गया. आंधी और बारिश के दौरान गांव के कुछ बच्चे परिसर में दौड़ रहे थे .कभी-कभी वे ध्वस्त छज्जे के नीचे भी जाकर खड़ा हो जा रहे थे. कुछ बच्चे आंधी के दौरान छज्जा से कुछ ही दूर गए थे कि अचानक वह ध्वस्त हो गया.

पटना प्रतिनिधि के मुताबिक मंगलवार को सुबह से ही कड़ी धूप रही. करीब दो बजे अचानक आंधी आई और दिन में अंधेरा सा छा गया. जब हवा की गति कम हुई तो बारिश होने लगी. बारिश होने से वातावरण में नमी बढ़ गई, जिससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली. मौसम वैज्ञानिक राजेश कुमार ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से राजधानी समेत पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही थी, लेकिन स्थानीय दबाव बनने की वजह से दोपहर बाद मौसम में बदलाव हुआ.

तेज हवा के कारण दानापुर से दियारा को जोडऩे वाला पीपा पुल जेट्टी से उखड़ गया और घाट पर जा लगा. इस दौरान पुल से गुजर रहे वाहन फंस गए. पुल की मरम्मत का कार्य जारी है. बारिश के कारण मौसम सुहावना हो गया. हालांकि बुधवार से फिर से तापमान में बढ़ोतरी की उम्मीद है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सूबे में 26 मई के बाद बारिश होने की उम्मीद है. इसके लिए वातावरण बन रहा है. यह प्री-मानसून की बारिश होगी. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान में पड़ रही भीषण गर्मी बेहतर मानसून का संकेत दे रही है. वर्तमान में जितनी अधिक गर्मी पड़ेगी, उतना ही बेहतर मानसून आएगा. यूपी-बिहार में दस जून के बाद मानसून की बारिश शुरू होने की उम्मीद है.

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’