बलिया/लखनऊ। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी कोरोना बुलेटिन में 24 नए पॉजिटिव केस मिलने की पुष्टि हुई. अब एक्टिव केस की संख्या 250 पहुंच गई है. आज और 29 संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौट गए. तक 466 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. कोरोना से अभी तक जिले में आठ मौतें हो चुकी हैं. स्वास्थ्य विभाग की माने तो जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 721 है, वही 61 मरीज गैर जनपदों में मिले हैं. अब
सीएमओ डॉ. जितेंद्र पाल ने बताया कि जनपद में कुल 11,060 लोगों की सैंपलिग हुई है. इनमें 8,483 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा को देखते हुए प्रशासन ने सोमवार को शहरी क्षेत्र में किल कोरोना नाम से अभियान चलाया. इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-धर भ्रमण कर रैपिट किट से कोरोना की जांच करेगी.
सोमवार को मिले 24 पॉजिटिव केस में 17 संक्रमित हनुमानगंज ब्लाक के ही है. इसमें 5 रोडवेज स्टाफ, महिला अस्पताल में एक, चन्द्रशेखर नगर में एक, बसंतपुर में एक, मीना बाजार में तीन, अधिवक्ता नगर में एक, शंकरपुर में एक, जगदीशपुर में दो, बाबू राम तिवारी में एक, हैबतपुर में एक केस है. वही, गड़वार ब्लाक में 6 नए केस सामने आए हैं, जो एक ही गांव मठमैन के हैं. इसके अलावा सीयर ब्लाक के महरेंव का एक युवक पॉजिटिव मिला है.
बलिया और वाराणसी समेत यूपी के 11 जिलों में विशेष स्वास्थ्य टीम भेजने का फैसला
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने बलिया और वाराणसी समेत यूपी के 11 जिलों में विशेष स्वास्थ्य टीम भेजने का फैसला किया है. स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग को इस बारे में निर्देश दे दिया गया है. जिलों में पहले से मौजूद नोडल अधिकारी भी टीम के साथ रहेंगे. वहीं, बिना लक्षणों वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए होम आइसोलेशन को भी मंजूरी दे दी है. सीएम योगी ने कहा कि शर्तों के साथ होम आइसोलेशन होगा. रोगी और उसके परिवार को होम आइसोलेशन के प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा.
वाराणसी और बलिया के अलावा लखनऊ, कानपुर नगर, बस्ती, प्रयागराज, बरेली, गोरखपुर, झांसी और मुरादाबाद में चिकित्सकों की विशेष टीम भेजी जाएगी. माना जा रहा है कि राज्य में कोविड संक्रमण के लागातार बढ़ रहे मामले के मद्देनजर बेडों की कमी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कोविड-19 के लक्षणरहित संक्रमित लोग बीमारी को छुपा रहे हैं, जिससे संक्रमण बढ़ सकता है. मुख्यमंत्री योगी सरकारी आवास पर बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘होम आइसोलेशन की व्यवस्था को लागू करने के साथ-साथ लोगों को कोविड-19 से बचाव के बारे में सतत जागरूक किया जाए. जागरूकता अभियान में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया सहित बैनर, होर्डिंग, पोस्टर तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जाए.’
होम आइसोलेशन की गाइडलाइन भी जारी
कोरोना संक्रमण के चलते हुई थी अवकाश प्राप्त डिप्टी सीएमओ की मौत
इसी क्रम में नगरा के पडरी ग्राम निवासी, अवकाश प्राप्त डिप्टी सीएमओ डॉ.अवधेश पांडेय की मौत कोरोना संक्रमण के चलते हुई थी. उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. 10 जुलाई को रात नौ बजे उपचार के लिए वाराणसी ले जाते समय उनकी मौत हुई थी. पूर्व डिप्टी सीएमओ सहित परिवार के तीन और सदस्यों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया है. डिप्टी सीएमओ अवधेश वर्ष 2011 में देवरिया जनपद से अवकाश ग्रहण किए थे. नगरा बाजार में उनका निजी आवास था. अवकाशग्रहण करने के बाद निजी प्रैक्टिस कर रहे थे. रिपोर्ट आने के बाद परिवार के सदस्यों ने अपने को होम क्वारंटाइन कर लिया है. डॉ.पांडेय सहित परिवार के तीन अन्य सदस्यों की सैंपलिग मऊ जनपद के फतेहपुर मडांव स्थित सीएचसी से 10 जुलाई को हुई थी. इस सीएचसी पर डॉ.पांडेय के पुत्र चिकित्साधिकारी हैं. जिस दिन सैंपलिग हुई थी उसी दिन उनको सांस लेने में दिक्कत महसूस हुई थी. परिजन उन्हें इलाज के लिए वाराणसी के ट्रामा सेंटर ले जा रहे थे, कितु रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. उनका अंतिम संस्कार तुर्तीपार के सरयू तट पर किया गया.