सोनबरसा में गेहूं खरीद क्यों नहीं हो रही थी जान कर हैरान रह जाएंगे, अब 5 कर्मचारियों पर कार्रवाई की सिफारिश

बैरिया तहसील के सोनबरसा क्रय केंद्र पर गेहूं की खरीद 4 दिन से नहीं हो रही थी तो गुरुवार को स्थानीय विधायक सुरेंद्र सिंह 8 घंटे तक धरने पर बैठे रहे. उनकी धरने से प्रशासन झुक गया और शाम को गेहूं खरीद शुरू करा कर उनका धरना खत्म कराया गया. अब इस केंद्र पर गेहूं खरीद बंद होने का पूरा मामला सामने आया है और एक के बाद एक कर्मचारियों की लापरवाही और अफसरों के आदेश की अनदेखी सामने आई है.

गेहूं खरीद प्रभावित होने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी अदिति सिंह ने क्षेत्रीय विपणन अधिकारी नरेंद्र कुमार मिश्र पर कड़ी कार्रवाई के लिए खाद्य एवं रसद आयुक्त, उत्तर प्रदेश को डीओ लेटर लिखा है. क्षेत्रीय विपणन निरीक्षक रानीगंज प्रदीप जायसवाल को सोनबरसा का अतिरिक्त प्रभार देकर गेहूं खरीद शुरू करा दी गई है. जिलाधिकारी ने डिप्टी आरएमओ व एसडीएम को निर्देश दिया है कि कि क्रय केंद्र पर समय-समय पर गेहूं खरीद का निरीक्षण कर सुचारू रूप से संचालन सुनिश्चित कराएं. इसके अलावा जिस-जिस कर्मचारी की वजह से खरीद प्रभावित हुई, उन सबकी जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई के लिए संबंधित उच्चधिकारियों को पत्र लिखा गया है.

 

 

खाद्य एवं रसद आयुक्त को लिखे गए पत्र में जिलाधिकारी ने कहा है कि क्षेत्रीय विपणन अधिकारी नरेंद्र कुमार मिश्रा को गेहूं खरीद के लिए सोनबरसा केंद्र पर नियुक्त किया गया, लेकिन उन्होंने वहां ज्वाइन नहीं किया, इससे खरीद प्रभावित हुई. शासकीय एवं जनहित के कार्यों में रूचि नहीं लेने के साथ यहां उच्च अधिकारियों के आदेश की अवहेलना भी की गई.

 

दरअसल गेहूं क्रय केंद्र सोनबरसा पर सबसे पहले पूर्णेन्दु प्रवीण की नियुक्ति हुई थी, लेकिन उन्हें और उनके परिवार में कोरोना पॉजिटिव केस हो जाने के कारण वह आइसोलेशन में चले गए. इसके बाद विपणन सहायक रोहित भट्ट को केंद्र प्रभारी बनाया गया, जो वहां गए ही नहीं. इन पर कार्रवाई के लिए सम्भागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) आज़मगढ़ को पत्र भेजा गया.

इसके बाद नरेंद्र कुमार मिश्र को तैनात किया गया, लेकिन उन्होंने भी मेडिकल भिजवाकर जॉइन नहीं किया. इसके बाद गोदाम चौकीदार विपिन सिंह को सहायक के रूप में तैनात किया गया, लेकिन इन्होंने भी जॉइन नहीं किया. इनके विरुद्ध भी कार्रवाई के लिए सम्भागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) आज़मगढ़ को पत्र भेजा गया है. इसके बाद पूर्ति निरीक्षक दिलीप सिंह को प्रभारी बनाया गया, लेकिन इन्होंने भी असमर्थता जताई. इन पर भी कार्रवाई के लिए एसडीएम बैरिया से रिपोर्ट मांगी गई है.

(बैरिया से कृष्णकांत पाठक के साथ वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)

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