इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हड़ताल पर कौन : यूनियन के नेता या कर्मचारी

हड़ताल आठवें दिन भी जारी, भाजपा के शहर पश्चिमी के उम्मीदवार व भाजपा प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, वार्ता से ही समस्या का हल सम्भव

इलाहाबाद से आलोक श्रीवास्तव

इलाहाबाद विश्वविद्यालय कर्मचारी यूनियन का हड़ताल बुधवार को आठवें दिन भी जारी रही. बरगद के पेड़ के नीचे बैनर के साथ जुटे कर्मचारी और उनके नेताओं ने अपनी एकता के पक्ष में और कुलपति के विपक्ष में जमकर नारे लगाए.

शहर पश्चिमी के भाजपा के उम्मीदवार सिद्धार्थ नाथ सिंह बुधवार को यूनियन के नेताओं से मिलने गए. कहा कि वे आपकी बातों को केंद्र तक पहुंचाएंगे, लेकिन कुलपति से बात करनी चाहिए. वार्ता ही किसी भी समस्या का समाधान है. दोपहर दो बजे कुलपति ने नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया था. इस दौरान नेताओं ने कर्मचारियों से पूछा कि बातचीत के लिए जाना चाहिए या नहीं, बाद में फैसला हुआ कि बात करने में कोई परहेज नहीं है, लेकिन छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्र साथ में रहेंगे. कुलपति ने छात्रसंघ अध्यक्ष के साथ रहने की बात नहीं मानी और वार्ता नहीं हुई.

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को सम्बोधित करते शहर पश्चिमी से भाजपा उम्मीदवार सिद्धार्थ नाथ सिंह

आश्चर्यजनक बात ये रही कि नेता वार्ता के लिए कर्मचारियों से सहमति ले रहे थे, वहीं ज्यादातर कर्मचारी भुनभुना रहे थे कि हड़ताल किसी समस्या का समाधान नहीं है. काम करते हुए भी विरोध जताया जा सकता है. आठ दिन हो गए, पेंडिंग काम बढ़ता जा रहा है. हड़ताल खत्म भी हो गई तो इस दौरान न हुए काम को पूरा करने में पसीने छूट जायेंगे. इससे तो साफ लगता है कि सिर्फ नेता ही हड़ताल चाहते हैं, कर्मचारी नहीं. मंगलवार को कुलपति ने स्पष्ट कर दिया है कि हड़ताल की अवधि का वेतन नहीं मिलेगा. यानी नो वर्क, नो पे. हड़ताल के कारण छात्रों के न रहने से विश्वविद्यालय सुनसान है, सभी काउंटर बंद हैं और शिक्षण कार्य ठप है. विवि की परीक्षाएं 16 मार्च से प्रस्तावित है. विवि प्रशासन परीक्षा कराने को लेकर कृत संकल्प है और जिला प्रशासन से सहयोग मांगा है.

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