देश को जब जब जरूरत पड़ी बलिया हुआ देश पर न्यौछावर

नगवां महाविद्यालय में मिलेंगी छात्राओं को और सुविधाएं

दुबहड़ (बलिया)। क्षेत्र के नगवां गांव में स्थित शहीद मंगल पाण्डेय राजकीय महिला महाविद्यालय में गुरुवार के दिन आयोजित वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह में उपस्थित बतौर मुख्य अतिथि जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ योगेंद्र सिंह ने कहा कि बलिया की मिट्टी में असीम ऊर्जा है. देश को जब जब जरूरत पड़ी है इस बलिया की उपजाऊ मिट्टी ने देश की रक्षा के लिए वीर सपूत पैदा किया है. आज मंगल पाण्डेय की इस पावन धरती पर मैं आ कर के अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता हूं और उनके चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.

कहा कि इस राजकीय महिला महाविद्यालय के विकास के लिए कार्य योजना बनाकर चरणबद्ध तरीके से कार्य किए जाएंगे. कहीं से मेरे स्तर से विद्यालय के विकास में कठिनाई उत्पन्न नहीं होगी. उन्होंने विद्यालय के बच्चियों को शुभकामना देते हुए क्षेत्र के लोगों को भी विद्यालय के विकास में सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया. इस मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रामप्रकाश कुशवाहा ने मुख्य अतिथि कुलपति महोदय को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम से सम्मानित किया. समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित करने के बाद किया. उसके बाद सरस्वती वंदना विद्यालय की छात्रा आस्था दुबे, अमृता दुबे, प्रियंका एवं प्रीति ने प्रस्तुत किया. वहीं स्वागत गीत अल्पना सिंह एवं माधुरी सिंह ने सुनाकर अतिथियों का स्वागत किया. कार्यक्रम के दौरान ही पिछले दिनों हुए दौड़ प्रतियोगिता, कबड्डी प्रतियोगिता, गोला फेंक सहित विभिन्न खेलों के विजेता प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि के हाथों पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला पंचायत सदस्य चंद्रप्रकाश पाठक, प्रधान संघ के मंडल अध्यक्ष विमल पाठक, ओमप्रकाश तिवारी, डॉ शत्रुघ्न पाण्डेय, डॉ दिग्विजय सिंह, डॉ फूलबदन सिंह, अनिल राय, उमाशंकर पाठक, शिवजी पाठक, मनु सिंह, गुप्तेश्वर दुबे, दिलीप यादव, जगेश्वर मितवा, धर्मदेव पाठक, लक्ष्मण पाठक, बलदेव पाठक, चमेली देवी, इंदु देवी, डॉ चन्दन साहू, डॉ दिनेश शर्मा, डॉ प्रदीप यादव, डॉक्टर इसरार, सुरेश प्रसाद, डॉ सतेंद्र गुप्ता, अभिषेक कुमार, मनीष पाठक, हरिशंकर पाठक आदि लोग मौजूद थे. संचालन डॉ शिवेंद्र नाथ दुबे ने किया.

कब तलक मेरे भारत की बेटी बल्कि बेदी पर चढ़ती रहेगी

महिला महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव में विद्यालय की दर्जनों छात्राओं ने उस समय लोगों के आंखों में आंसू लाने पर मजबूर कर दिया, जब उन्होंने दहेज पर आधारित गीत “कब तलक मेरे भारत की बेटी, बलि की वेदी पर चढ़ती रहेगी” इस पर समारोह में उपस्थित सभी अभिभावकों अतिथियों एवं छात्राओं की आंखों में आंसू भर आए. लोगों ने इस गीत के खुले मन से सराहना करते हुए दहेज के खिलाफ इस जागरूक गीत गाने वाली छात्राओं के गीत पर खुश होकर खूब तालियां बजाई.

गवार नेता का नाटक कर भ्रष्ट नेताओं को सिखाया सबक

वार्षिकोत्सव समारोह के दौरान छात्राओं ने गंवार नेता नामक प्रस्तुति का प्रजातंत्र में नेताओं द्वारा जनता से वादा खिलाफी तथा इनके क्रियाकलाप पर चोट करते हुए भ्रष्ट नेताओं को सही तरीके से राजनीति करने की सीख दे डाली. लोगों से पढ़े लिखे जनप्रतिनिधियों का चुनाव करने की अपील की. इस नाटक पर खुश होकर उपस्थित अतिथियों ने छात्राओं को पुरस्कृत किया.
महाविद्यालय में पहली बार आयोजित हुआ वार्षिकोत्सव

लगभग 12 वर्षों से संचालित राजकीय महिला महाविद्यालय में पहली बार आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह की सराहना क्षेत्र के लोगों ने किया. उनका कहना है कि आज तक विद्यालय में कभी भी वार्षिकोत्सव एवं क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन नहीं होता था. लेकिन जब से विद्यालय में प्राचार्य डॉ राम प्रकाश कुशवाहा की देखरेख में कार्य हो रहा है. तो विद्यालय की तसवीर और गतिविधियां बदली-बदली नजर आ रही हैं. इसके लिए प्रधान प्रतिनिधि विमल पाठक एवं जिला पंचायत सदस्य प्रकाश पाठक एवं मंगल पांडेय विचार मंच के लोगो ने विद्यालय के प्राचार्य सहित समस्त अध्यापकों को धन्यवाद ज्ञापित किया.

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