गाजीपुर। इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से वोटिंग को लेकर प्रायः बात उठती है कि वोटर ने अपनी पसंद के उम्मीदवार के निशान पर बटन दबाया, लेकिन उसका वह वोट किसी विशेष उम्मीदवार के खाते में गया. हालांकि हर बार यह बात झूठी साबित होती है, लेकिन इस भ्रम को खत्म करने के लिए निर्वाचन आयोग ने यूपी में पहली बार इस विधानसभा चुनाव में बूथों पर वोटर्स वेरीफिकेशन पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीन की व्यवस्था कर रहा है.
गाजीपुर में प्रयोग के तौर पर सदर और जमानियां सीट के बूथों पर यह मशीन लगेगी. एडीएम आनंद शुक्ल ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इसके लिए आयोग ने कुल 750 वीवीपैट मशीन भेजा है. उन्होंने बताया कि इस मशीन को ऑपरेट करने के लिए दोनों विधानसभा क्षेत्रों में तैनात मतदान कर्मियों को अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा. वीवीपैट मशीन ईवीएम से जुड़ी रहेगी. इसके जरिये वोटर अपने प्रत्याशी को वोट देने की पुष्टि करेगा. जैसे ही वोटर ईवीएम का बटन दबाएगा. वैसे ही वीवीपैट मशीन से निकलने वाली सत्यापन पर्ची उसे दिखा देगी कि उसका वोट सही जगह गया है. यह पर्ची वीवीपैट मशीन की स्क्रीन पर कुछ देर के लिए दिखेगी. उस पर्ची में वोटर की पसंद के उम्मीदवार का चुनाव निशान तथा नंबर अंकित रहेगा. मालूम हो कि जमानियां सीट पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह की है, जबकि सदर सीट पर धर्मार्थ मंत्री विजय मिश्र काबिज हैं.