बलिया. जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. कल्पलता पाण्डेय के मार्गदर्शन एवं विभागाध्यक्ष डॉ पुष्पा मिश्रा की अध्यक्षता में समाज कार्य विभाग द्वारा व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस द्वारा दो दिवसीय (18-19) नवंबर को व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हो गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का दूसरे दिन जिले की कमजोर वर्ग की महिलाओं का सशक्तिकरण हेतु मऊर , सिंधोरा उत्पादन पर करनई, अपायल, भीखपुर, सलेमपुर और जीरा बस्ती की 50 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया।
जिला मऊर उत्पादन में काफी अग्रणी है। जिले में बनी मऊर की सुन्दरता देखते ही बनती है। अतः शादी के दिनों में जिले में बनी मऊर की बाजार में काफी मांग रहती है। कई बार तो नेग स्वरुप इसकी मनचाही कीमत भी मिलती है। अतः यह महिलाओं के लिए यह स्वरोजगार का एक अच्छा माध्यम बन चुका है। यह एक सस्ता रोजगार है। इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा महिलाओं को मऊर बनाना सिखाने के लिए स्थानीय प्रशिक्षक विनोद कुमार यादव और दिनेशलाल यादव को आमंत्रित किया गया था।
विश्वविद्यालय के समीप स्थित गांवों की महिलाओं ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में बढ़ चढ कर हिस्सा लिया। उनका उत्साह देखते ही बनता था। महिलाओं ने प्रशिक्षण में काफी रुचि दिखायी और निर्माण कार्य की बारीकियों को सीखा। अनेक महिलाओं ने भविष्य में कार्य प्रारंभ करने का संकल्प लिया।
समाज कार्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ रूबी, डॉ प्रेम भूषण यादव , डॉ संजीव सिंह , समाज कार्य विभाग के छात्र दीपक सिंह छात्राएं सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
(जेएनसीयू से विनय कुमार की रिपोर्ट)