पक्के पुल के शिवपुर घाट स्थानांतरण के खिलाफ ग्रामीणों का प्रदर्शन

  • दया छपरा ढाला पर एकत्र हुए नवरंगा भुवाल छपरा, चक्की नवरंगा, उदई छपरा के ग्रामीण

बैरिया : दयाछपरा-नौरगा गंगा घाट पर शासन द्वारा पास पक्के पुल का शिवपुर घाट स्थानांतरण से नाराज गंगा पार के गांवों के लोगों ने सोमवार को दया छपरा ढाला पर धरना-प्रदर्शन कर NH-31 को जाम कर दिया.

नवरंगा भुवाल छपरा, चक्की नवरंगा, उदई छपरा के ग्रामीणों ने दिन के 11 बजे से 12.30 बजे तक NH-31 को जाम कर दिया. इससे वहां की ट्रैफिक व्यवस्था काफी देर तक बाधित रही.

बैरिया के SDM ने मौके से DM से बात कर आश्वासन दिया कि 20 मार्च से पहले विभागीय इंजियरों द्वारा नवरंगा में स्थलीय निरीक्षण करवाकर दया छपरा नवरंगा में ही पुल बनवाया जाएगा. उसके बाद ग्रामीणों ने पत्रक देकर जाम हटाया.

नवरंगा वासियों ने धरना सभा में आरोप लगाया कि 17 वर्षो के बाद परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 8 सितम्बर 2016 को टीडी कालेज बलिया से रिमोट द्वारा दया छपरा नवरंगा गंगा घाट पर पक्के पुल निर्माण का शिलान्यास किया था.

उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट को बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त द्वारा निजी स्वार्थ से पुल निर्माण नवरंगा से दूर बिहार के शिवपुर दीयर घाट पर कराया जा रहा है. यह नवरंगा वासियों को मंजूर नहीं है.

नवरंगा वासियों ने चेताया कि यूपी का पुल बिहार को नहीं दिया जायेगा. अगर पुल दया छपरा घाट पर नहीं बना तो उन लोगों को भी बिहार में जोड़ दिया जाय. उनको नक्सली बनने पर मजबूर न किया जाय. सभा को सपा नेता मनोज सिंह ने भी समर्थन दिया.

 

धरना स्थल पर ग्रामीण नारे भी लगा रहे थे. उनमें ‘नवरंगा ने यह ठाना है, पक्का पुल हमारा है’,’जो हमारा दर्द समझेगा वही हमारा नेता है’ आदि स्लोगन शामिल हैं. इस दौरान NH-31 करीब डेढ़ घंटे जाम रहा.

 

 

इस मौके पर पूर्व प्रधान राज मंगल ठाकुर, रमाकांत ठाकुर, रबिंद्र ठाकुर, रितेश पाण्डेय, भाजपा नेता मनोज कुशवाहा, मनोज यादव प्रधान, नर्वदेश्वर मिश्र, नन्द जी यादव, रामेस्वर राम, दुर्गाशंकर पाण्डेय, संजय चौधरी, बशिष्ठ ठाकुर, अक्षय कुमार चौबे, जिला पंचायत प्रतिनिधि गुड्डू प्रसाद और सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे.

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