
बलिया. समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय “कान्हजी” शनिवार को प्रेस को जारी अपने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कानपुर से हमीरपुर-जालौन की दो दिवसीय रथ यात्रा ने प्रदेश की राजनीति में बड़ी हलचल पैदा कर दी है.
समाजवादी विजय रथ यात्रा को जनता के हर वर्ग से जो उत्साहपूर्ण और स्वतः स्फूर्त समर्थन मिला, उससे सत्ताधारी भाजपा नेतृत्व आशंकित और हतोत्साहित हो गये हैं. समाजवादी विजय रथ यात्रा के समर्थन में सड़कों पर इतनी भीड़ उमड़ पड़ी, जितने कई वर्षों में भी नहीं दिखाई पड़ी थी.
एक तरह से अखिलेश यादव ने सन् 2022 में होने वाले चुनावों की निर्णायक शुरुआत कर दी है. विपक्ष में रहते हुए भी अखिलेश यादव के प्रति युवाओं में विशेष आकर्षण है, उनके प्रति जो निष्ठा है, उसका प्रत्यक्ष प्रमाण उमड़ते जनसैलाब में किसानों और गरीबों में आशा का संचार होता दिखा.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव में तमाम चुनौतियों को परास्त करने की ताकत है. भाजपा अपनी संकीर्ण मानसिकता के साथ ध्रुवीकरण की राजनीति चलाती है लेकिन अखिलेश विकास की बात करते हैं. किसान, नौजवान, गरीब, महिलाओं और वंचितों की बात करते हैं. उनकी पीड़ा से अपने को जोड़ते हैं। महंगाई, रोजगार, आवास, शिक्षा-स्वास्थ्य जैसे सामाजिक सरोकारों से जुड़े मुद्दे उठाए. उन्होंने गरीब के दर्द पर मलहम भी लगाया. इससे जनसामान्य के बीच उनकी छवि अपने हमदर्द और सच्चे जन नेता की बनी है.
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समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय”कान्हजी”के अनुसार इस समाजवादी विजय रथ यात्रा के दो दिनों में ही प्रदेश में राजनीतिक क्षेत्रों के लोगों को इस बात का आभास हो गया है कि कल का दिन ऊर्जावान युवा नेता अखिलेश यादव का है. उनकी लोकप्रियता असीमित है. पार्टी और पार्टी के बाहर सर्वत्र उनके प्रशंसक है. डाॅ0 लोहिया और जयप्रकाश नारायण के विचारों को सामने रखते हुए आधुनिक युग के नए विजन को भी अपनाया है. जनता को साइकिल की रफ्तार पसंद है. उसके साथ उसकी उम्मीदें भी बंधी हैं. जनता को अब यह विश्वास हो चला है कि उनकी खुशहाली और तरक्की का हर सपना समाजवादी पार्टी के बहुमत में आने और अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने से ही पूरा होगा.
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)