
नगरा, बलिया. लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के पूर्व संध्या पर शनिवार को श्री नरहेजी स्नात्तकोतर महाविद्यालय नरही में उनका जन्म दिवस एकता दिवस के रूप में मनाया गया.
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या डॉ सुशीला सिंह ने लौह पुरुष के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया. अपने संबोधन में प्राचार्या ने सरदार पटेल के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे अदम्य साहस एवं अटल विश्वास के प्रतिमूर्ति थे. हमें उनके आदर्शो का अनुसरण करते हुए उनके बताएं रास्ते पर चलने का संकल्प लेना चाहिए. डॉ कृष्ण मोहन सिंह ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल एक भारतीय अधिवक्ता एवं राजनेता थे. उन्होंने स्वतन्त्रता के आंदोलन, खेड़ा संघर्ष,बारदोली सत्याग्रह जैसे आंदोलनों से किसानों के अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए संघर्ष किया. अंत में उपस्थित लोगों ने हाथ उठाकर देश की अखंडता व एकता के लिए निस्वार्थ भाव से सेवा करने का शपथ लिया. डॉ बलराम राय, डॉ विकास राय, डॉ शोभा मिश्रा, डॉ श्वेता सिंह, धनंजय शर्मा आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
(नगरा से संवाददाता संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)