अपने उसूलों व सिद्धान्तों के पक्के थे उमाशंकर चौधरी – सौरभ कुमार

बलिया. पत्रकारिता का क्षेत्र रहा हो या राजनीति का, उन्होंने पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। अपने उसूलों एवं सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया।

 

उक्त बाते ग्रामीण पत्रकार एसोसिशन जनपद इकाई बलिया के तत्वावधान में मंगलवार को फेफना स्थित गोकुल मैरेज हाल में प्रदेश कोषाध्यक्ष उमाशंकर चौधरी की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित ‘वर्तमान परिवेश में पत्रकारों के समक्ष चुनौती’ विषयक विचार गोष्ठी में प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार ने व्यक्त किया।

उमाशंकर चौधरी की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम

कहा की बिना किसी दबाव के बेबाकी से अपनी बात रखने वाले उमाशंकर चौधरी सच्चे अर्थो में सामाजिक संत थे। ग्रापए की स्थापना के समय स्व. चौधरी ने बाबू बालेश्वर लाल के साथ धुप-छाँव व बरसात की परवाह किये बगैर काम किया। परिणाम स्वरूप आज यह संगठन वट वृक्ष के रूप में दिखाई दे रहा है।

अन्य वक्ताओं ने उमाशंकर चौधरी की यादों से जुड़े कई संस्मरण सुनाये। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत स्व. चौधरी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया।

 

इस दौरान प्रदेश, जनपदीय व तहसील पदाधिकारियों, गणमान्य लोगों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राम नरेश चौहान, वीर प्रताप सिंह, सौरव कुमार त्रिपाठी, रणजीत मिश्रा, चेयरमैन केशरी नंदन त्रिपाठी, कैप्टन वीरेंद्र सिंह, श्रवण कुमार द्विवेदी, महेंद्र नाथ सिंह, हरिद्वार राय, मुन्नीलाल पांडेय,सीबी तिवारी,डॉ. जनार्दन राय, विजय विनीत, अमरजीत, डॉ. विनय सिह, अजय भाटिया, हौसला प्रसाद त्रिपाठी, सुधाकर मिश्र, देवेंद्र नाथ मिश्र, आनंद सिह, अनुराग जायसवाल, बृजभूषण उपाध्याय, संतोष सिंह, त्रिलोकी नाथ पांडेय, कमलेश पांडेय, पुष्पेंद्र तिवारी सिंधु, श्याम जी, मंजय सिह, अरविन्द तिवारी, बसंत पांडेय, शशिकांत ओझा, नवीन गुप्ता, किसान मिश्र आदि मौजूद रहे। संचालन छोटेलाल चौधरी ने किया। सभी आगंतुकों का आभार जिलाध्यक्ष शशिकांत मिश्रा ने प्रकट किया।
(बलिया से ओमप्रकाश पाण्डेय की रिपोर्ट)

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