


बिल्थरारोड(बलिया)। पिछले तीन दिन से लापता बिल्थरारोड तहसील चौकिया मोड़ स्थित केके माल के मालिक खालिद लारी (43 वर्ष) मंगलवार की सुबह रेलवे ट्रैक पर मिले. बदमाशों ने हाथ-पैर बांध कर यहां उन्हें फेंक दिया था. पुलिस ने खालिद लारी के हाथ पैर खोलकर मुक्त कराया और परिजनों को सकुशल सौंप दिया. इससे उनके परिजनों ने राहत की सांस ली.
रहस्यमय तरीके से लौटे खालिद का पुलिस ने मेडिकल तक नहीं कराया. परिजनों ने पुलिस पर मामले की लीपापोती करने का आरोप लगाया और नाराजगी व्यक्त की. इधर पुलिस मामले के पीछे लेन-देन को मुख्य कारण बता कर पूरी घटना को महज नाटक करार दिया है.
खालिद ने बताया कि गत 16 जून की सुबह वे केके मॉल से सैलून की तरफ पैदल ही जा रहे थे कि चौकिया मोड़ के समीप एक स्विफ्ट डिजायर कार में सवार चार की संख्या में बदमाशों ने हथियार के बल पर जबरन बैठा लिया और नगरा की तरफ लेकर चले गए. बाद में सुनसान इलाके में बदमाशों ने तमंचा के बट से पीटकर गाड़ी की डिग्गी में बंद कर दिए. इसके बाद दो दिन तक किसी सुनसान मड़ईनुमा स्थान पर रखे. बदमाशों ने उनके पास के दोनों मोबाइल की बैटरी निकाल दी और 80 हजार रुपये ले लिए.

दो दिन तक बदमाश उन्हें टार्चर करते रहे और अपने किसी आका से बार-बार मारने व छोड़ देने को पूछते रहे. इस बीच सोमवार आधी रात को बदमाश उनका हाथ पैर बांध कर किसी गाड़ी से तुर्तीपार रेग्युलेटर ले आए और वहां से बाइक से कुंडैल रेलवे लाइन पर लाकर फेंक दिया. जहां से वे किसी तरह खिसककर रेलवे ट्रैक से किनारे हो गए और पूरी रात ट्रैक किनारे पड़े रहे. ग्रामीणों की सूचना पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो खालिद लारी के हाथ-पैर एक प्लास्टिक की रस्सी से पीछे की तरफ एकसाथ बंधे थे और मुंह में चूना की तरह का कोई पाउडर भरकर मुंह बांधा गया था.
उभांव इंस्पेक्टर राकेश सिंह ने बताया कि मामले में किसी तरह की लिखित तहरीर अब तक नहीं मिली है. वैसे मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है. इसकी जांच की जा रही है. बता दें कि खालिद लारी उर्फ कैफ लारी लाररोड देवरिया एवं खुर्शीद सलेमपुर देवरिया निवासी द्वारा पार्टनरशिप में बिल्थरारोड चौकिया मोड़ के पास केके मॉल संचालित करते हैं.