


नगरा, बलिया. नगरा में मनचलों के हौसले इतने बढ़ गए हैं कि वह सरेआम छेड़खानी कर रहे हैं और विरोध करने पर चाकू मारने से भी बाज नहीं आ रहे। घटना नगरा क्षेत्र के एक गांव की है। मामले का दुखद पहलू यह है कि पुलिस जांच करने की बजाय इस मामले को छेड़खानी और चाकू मारने की घटना मानने से ही इनकार कर रही है।
जानकारी के मुताबिक नगरा क्षेत्र के एक गांव के कुछ मनचले युवक एक किशोरी को कई दिनों से आते-जाते परेशान कर रहे थे। छेड़खानी से तंग आकर किशोरी ने यह बात अपने घर बताई तो किशोरी के भाई ने इन मनचलों को मना किया। यह बात इन युवकों को नागवार गुजरी और बुधवार की देर रात इन्होंने किशोरी के भाई को गांव से बाहर बुलाया और चाकू से ताबड़तोड़ कई वार कर उसे घायल कर दिया।
युवक गिरकर तड़पने लगा, परिजन उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा ले गए। इसके बाद उसे सदर अस्पताल बलिया ले जाया गया है।

इस मामले में दुखद पहलू यह है कि युवक ने लोक लाज के डर से पुलिस थाने में चाकू से हमले की ही तहरीर दी है छेड़खानी की बात को नहीं कहा है जबकि गांव में इस बात की खूब चर्चा है कि इस हमले की जड़ में छेड़खानी ही है।
युवक की तहरीर पर पुलिस ने तीन युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। एक युवक को पकड़कर थाने ले भी आई लेकिन उस पर शांति भंग के आरोप में चालान किया गया है। नगरा थानाध्यक्ष दिनेश कुमार पाठक ने छेड़खानी और चाकूबाजी से इंकार किया है और युवक की चोट को बांस के फट्ठे का घाव बताया है।
(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)