शानदार बिल्डिंग, 12 ट्रेड के प्रशिक्षण के संसाधन उपलब्ध
सिर्फ सात ट्रेड स्वीकृत जिसमें सिर्फ दो ट्रेड के लिए ही अनुदेशक तैनात
बैरिया(बलिया)। विधान सभा क्षेत्र का राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान इब्राहिमाबाद ऊंची दुकान फीका पकवान की तरह हो कर रह गया है. जनप्रतिनिधि तथा अधिकारी कोई भी इसके प्रति गम्भीर नहीं है. बिल्डिंग व संसाधन से युक्त इस प्रशिक्षण संस्थान में ट्रेड व अनुदेशकों का टोटा है. ट्रेड के तौर पर यहाँ के लिए सात ट्रेड स्वीकृत हैं. लेकिन यहां पर एक मात्र अनुदेशक ही नियुक्त हैं.
80 के दशक के उत्तरार्ध में द्वाबा के मालवीय माने जाने वाले तत्कालीन विधायक स्व मैनेजर सिंह के प्रयासों से यह राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित हुआ. जिन उद्देश्यों को लेकर यह बना उन उद्देश्यों को पूरा करने में यह समर्थ नहीं हो पा रहा है.
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान इब्राहिमाबाद में वेल्डर, स्टोनो, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, वायर मैन, फीटर, इलेक्ट्रिशियन, फैशन डिजाइनर कुल सात ट्रेड स्वीकृत हैं. जिसमें वायर मैन ट्रेड आईटीआई नवानगर से सम्बद्ध कर दिया गया है. शेष बचे छ: ट्रेडों में से सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक ट्रेड के लिए ही अनुदेशक तैनात हैं. शेष ट्रेड के लिए अनुदेशक नहीं है. अनुदेशक व स्टोनो ट्रेड के लिए 42-42 छात्र तथा शेष ट्रेड के लिए 22-22 छात्रों का हर सत्र में ऐडमीशन होता है. अनुदेशों के अभाव में यहाँ के छात्र एकलव्य सरीखे बन कर रह जाते हैं.
तत्कालीन विधायक भरत सिंह के प्रयासों से वर्ष 2001 में इब्राहिमाबाद में भव्य भवन का निर्माण हुआ था. जिसमें 24 कक्षाएं, कार्यालय, प्रयोगशाला, पानी टंकी, स्टाफ के लिए आवास सब व्यवस्था दी गई. अपेक्षा की गई कि जल्दी ही 24 ट्रेड का प्रशिक्षण दिया जाएगा. सब कुछ होने के बाद भी इस संस्थान पर खास कर जनप्रतिनिधियों का ध्यान नहीं है. प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे छात्रों का आरोप है कि कक्षाएं नहीं चलती. यहां पर कम्प्यूटर के लिए आए धन में बड़े पैमाने पर धांधली करके पुराना कम्प्यूटर लगा दिया गया. कोई कम्प्यूटर एक बार भी चालू नहीं हुआ.
इब्राहिमाबाद निवासी छात्र नेता सुनील सिंह पप्पू का कहना है कि ट्रेड बढ़ता, अनुदेशक तैनात होते, छात्र अधिक संख्या में आते तो इब्राहिमाबाद बाद का विकास होता और बच्चे भी प्रशिक्षित होते. लेकिन यहां तो बस बिल्डिंग ही चमकदार दिखती है। बाकी सब शून्य है.
सपा नेता अजय सिंह का कहना है कि आज इलाके में महिला महाविद्यालय, पालीटेक्निक स्कूल स्वीकृत होने की बात बताई जा रही है. तीन दशक पहले से चल रहा यहाँ का औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान जब अपने उद्देश्य को पूरा नहीं कर पा रहा है. राजकीय बालिका विद्यालय, फायर स्टेशन, मंडी समिति जैसे महात्वाकांक्षी प्रोडक्ट यहाँ अभी तक अपना अस्तित्व नहीं खड़ा कर पाए तो फिर आगे की घोषणाओं में कितना दशक लगेगे. लोग समझ रहे है.
छात्र नेता धनंजय सिंह का कहना है कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान इब्राहिमाबाद में ट्रेड बढें, सबके लिए अनुदेशक तैनात हों, सभी के लिए छात्र आवें और यहाँ विभिन्न ट्रेडों के लिए बैरिया विधानसभा क्षेत्र के युवाओं को प्राथमिकता दी जाय. तब होगा स्व मैनेजर सिंह का सपना पूरा तथा क्षेत्र का विकास.