उलझती ही जा रही है बैरिया तिराहा कांड की गुत्थी

शनिवार देर शाम हुई थी मारपीट और फायरिंग, पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही
एक तरफ से 14 लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर, दूसरा पक्ष बनारस में इलाज करवा रहा
विधायक ने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया, भाजपा नेता को खुद को बेकसूर बताया

बैरिया (बलिया)। स्थानीय तिराहे पर स्व. मैनेजर सिंह की मूर्ति के सामने शनिवार को देर शाम हुई हवाई फायरिंग व मारपीट की घटना के मामले में रविवार को पंकज उपाध्याय ‘निखिल’ की तहरीर पर बैरिया पुलिस ने धारा 307, 308, 336, 323, 504, 506, 147, 148, भादंवि अन्तर्गत मुकदमा पंजीकृत कर जांच व दबिश की कार्रवाई शुरू कर दी है. जबकि दूसरा पक्ष से समाचार लिखे जाने तक कोई तहरीर नही दी गई है.

बताया जा रहा है कि प्रशांत उपाध्याय बीएचयू के ट्रामा सेंटर में इलाज के लिए ले जाए गए हैं. उनके परिवार के सदस्य वाराणसी में उनका इलाज करवा रहे हैं, जिस वजह से उधर से तहरीर नहीं आई है. बताते चलें कि सोनबरसा गांव निवासी प्रशान्त उपाध्याय व पंकज उपाध्याय निखिल दोनों परिवारों के बीच डेढ़ माह पूर्व जमीनी विवाद को लेकर मारपीट की घटना हुई थी. मामले में बैरिया पुलिस ने उस समय मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किया था. उस समय की जमीनी रार ने शनिवार की शाम को बैरिया बाजार में व सोनबरसा गांव में दोनों जगह खूनी संघर्ष का रूप ले लिया. स्थिति यह रही कि भीड़ भाड़ वाले कस्बा स्थित तिराहे पर हवाई फायरिंग और चाकूबाजी हुई.

रविवार को सोनबरसा निवासी पंकज कुमार उपाध्याय निखिल ने तहरीर दिया कि वह शनिवार की शाम बाजार करने गए थे. उस समय प्रशान्त के ललकारने पर धीरेंद्र सिंह बड़क ने जान मारने की नीयत से गोली चला दी. जिससे वे बाल-बाल बच गए. इसके कुछ देर बाद ही प्रशांत उपाध्याय सहित कुल 14 लोगों ने उनके चचेरे भाई हरेराम उपाध्याय को हाकी, डंडा व ईट-पत्थर से मार कर घायल कर दिया. इस वारदात में हरेराम उपाध्याय के हाथ व पैर टूट गए हैं. बेहोशी के हालत में वे उल्टी करने के दौरान जिला अस्पताल भर्ती करवाए गए हैं.
वहीं समाचार लिखे जाने तक बीएचयू के ट्रामा सेंटर में एडमिट प्रशान्त की तरफ से कोई तहरीर नही दी गयी थी.

विधायक ने इस तरह की घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया

नगर के मुख्य तिराहे पर हुई मारपीट व हवाई फायरिंग के मामले में बैरिया विधायक सुरेन्द्र सिंह ने पुलिस पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. कहा कि पूरे वारदात के लिए बैरिया एसएचओ जिम्मेदार है. दोषी एसएचओ को हटाने के लिए पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर मांग करूँगा. विधायक सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि पुलिस 308 के मुजरिम को थाने बैठा कर चाय नहीं पिलाती तो ऐसी घटना नही होती. मैं इस घटना की निन्दा करता हूँ, साथ ही पुलिस की कार्य शैली की उच्च अधिकारियों से शिकायत करूँगा.

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मैंने झगड़े में बीच बचाव नहीं किया होता तो प्रशान्त की हत्या हो गई होती, मेरा दोनों पक्षों में किसी से कोई विवाद नहीं है- बड़क सिंह

उधर भाजपा नेता धीरेंद्र सिंह ‘बड़क’ ने कहा कि घटना के समय मैं दुकान पर बैठा चाय पी रहा था. उस समय निखिल उपाध्याय के साथ विधायक के परिवार के लोग दर्जनों लोगों के साथ प्रशान्त को घसीट कर मार रहे थे, पिस्टल लहरा रहे थे, झगड़ा छुड़ाने व प्रशान्त की जान बचाने के लिए मैं गया, मैं ने उसमें के ही लोग से पिस्टल छीन कर जोर से कहा कि अब बहुत हो गया रहने दो नहीं तो इसकी जान चली जायेगी. हट जाओ नहीं तो गोली मार दूंगा. परिस्थितियां ही ऐसी थी मैं ने प्रशान्त को बचाने के लिए ललकारा भी था. इसी दौरान हमलावर हमसे पिस्टल छीन कर वहां से भाग निकले. मै बीच बचाव नहीं किया होता तो प्रशान्त की हत्या हो गई होती. बड़क सिंह ने कहा कि मेरी उम्र लगभग 40 साल से अधिक है. आज तक मेरे कोई ऐसे कार्य नही हुए जिससे मामला थाना मे जाए. मै नहीं होता तो प्रशान्त की वहीं हत्या हो गई होती. अब अगर झगड़ा छुड़वाना व बीच बचाव करना अपराध है तो अब जो समझा जाय.

एक तरफ से प्राथमिकी दर्ज है, दूसरे तरफ से तहरीर नहीं आई है, होगी कड़ी कार्रवाई, सीसी टीवी फुटेज देखा जा रहा हैएसएचओ

इधर मामले को गम्भीरता से लेते हुए एसएचओ बैरिया गगन राज सिंह ने कहा कि अभी एक पक्ष की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गया है. दूसरे पक्ष की तहरीर मिलने पर भी एफआईआर दर्ज की जाएगी और दोषियों को जेल भेजा जाएगा. कहा कि घटना की सच्चाई सीसीटीवी कैमरे में कैद है, उसे भी खंगाला जा रहा है. सीसी टीवी फुटेज असलियत सामने ला देगी.

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