तालिबानी सोच है वन नेशन वन इलेक्शन का फार्मूला : कान्हजी

तालिबानी सोच है वन नेशन वन इलेक्शन का फार्मूला : कान्हजी

 

बलिया. वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर जिले के सपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार पांडेय कान्हजी ने केन्द्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि यह शिगूफा मोदी सरकार की तालिबानी सोच का परिचायक है.
सपा के जिला उपाध्यक्ष कान्हजी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन से भयभीत भाजपा सत्ता बचाने के लिए देश को रसातल में ले जाने पर उतारू है. एक देश एक चुनाव से राज्य सरकारें निरंकुश हो जायेंगी. लोकहित की जगह दलहित एवं शीर्ष नेतृत्व के चरण बंदगी पर ध्यान दिया जाने लगेगा. जिससे लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं रह जाएगा. कहा कि आम आदमी की सरकारों में हिस्सेदारी कम हो जायेगी.

कान्हजी ने कहा कि भाजपा धीरे-धीरे भारतीय लोकतंत्र को घुन की तरह खाने का प्रयास कर रही है. एक देश एक चुनाव के जरिए बहुदलीय व्यवस्था को समाप्त कर चीन की तरह आजीवन सत्ता पर काबिज रहने का ख्वाब भाजपा का वर्तमान शीर्ष नेतृत्व देख रहा है. जिसे हिंदुस्तान की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती है यहां की बहुदलीय व्यवस्था. कान्हजी ने स्पष्ट किया कि देश के विभिन्न क्षेत्रों के छोटे-छोटे दल अपने स्थानीय क्षेत्र के विकास, सामाजिक उत्थान एवं जनभावनाओं के अनुसार काम कर रहे है. जिनकी वजह से भाजपा की दाल देश के कई इलाकों में नहीं गल रही. इसीलिए यह गैर लोकतांत्रिक कानून केंद्र सरकार लाने का विचार कर रही है.

पार्टी के उपाध्यक्ष के साथ-साथ जिला प्रवक्ता का भी दायित्व निभा रहे सुशील पाण्डेय “कान्हजी” ने कहा कि समय-समय पर भाजपा और आरएसएस के वरिष्ठ नेता संविधान के समीक्षा की बात उठाते रहे हैं. उसी की एक कड़ी यह कानून है. देश के संविधान से अधिक भगवा ब्रिगेड को नागपुर का संविधान प्यारा है. लेकिन 2024 लोकसभा के आम चुनाव में संविधान को कमजोर करने वाली इन नफरती ताकतों को जनता नकार कर संविधान को अवश्य मजबूती प्रदान करेंगी.

  • आशीष दुबे की रिपोर्ट
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