
पिछले लगभग डेढ़ साल से सड़क निर्माण आधा अधूरा कर छोड़ दिया गया है. उन्होंने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव के पहले इस सड़क का निर्माण चौकिया मोड़ से तेंदुआ ग्रामसभा तक किया जाना था लेकिन चौकिया मोड़ से मधुबन ढाला तक ही अंतिम लेयर का टीचिंग छोड़ टीचिंग कर दिया गया. जिससे चौकिया मोड़ से मधुबन ढाला तक सड़क के अंतिम लियर छोड़ के पिचिंग कार्य हो जाने से लोगों को राहत की सांस तो मिल गई है. पर वहीं बेल्थरारोड मधुबन ढाला से तेंदुआ ग्राम सभा सड़क न बनने से सड़क किनारे रहने वाले लोगों को धूल मिट्टी और कंकड़ जैसे समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.