Ballia-गाय की जान बची, किसान को मिला सहारा – 1962 पशु एम्बुलेंस सेवा बनी मसीहा

गाय की जान बचने से किसान का परिवार बेहद खुश है और उन्होंने सरकार की इस सेवा के लिए आभार जताया। किसान ने कहा कि अगर यह सेवा समय पर नहीं मिलती, तो शायद गाय की जान नहीं बचती।