
Tag: मुहर्रम


दुबहड़ थाना क्षेत्र के घोड़हरा गांव में ताजिया कमेटी और दुर्गा पूजा कमेटी के आमने सामने आ जाने के कारण दोनों समुदायों में तनाव की स्थिति बन गयी थी. हालांकि मौके की नजाकत को भांपते हुए पुलिस प्रशासन ने दोनों कमेटियों से अलग अलग वार्ता कर मूर्ति का विसर्जन करवा दिया. वहीं ताजियादारो से भी ताजिया उठाकर त्योहार मनाने की बात कही.

रसड़ा नगर के हॉस्पिटल कॉम्प्लेक्स के समीप दुर्गा पूजा जुलूस के दौरान ईंट पत्थर चलने से दो लोग घायल हो गए. इस घटना से भगदड़ मच गई. सभी समितियों ने मां दुर्गा की प्रतिमाएं जहां थी, वहीं पर रोक दिया. शासन प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे. देखते ही देखते सैकड़ों की तादाद में समिति के कार्यकर्ता कोतवाली आ धमके तथा पत्थर फेंकने वालों पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे.


सभी ताजिया को एक जगह कुद्दुश चौक पर देखने की हसरत इस बार किसी की भी पूरी नही हुई. उतरांव की ताजिया का पूरे साल भर लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. किसी तरह से ताजिया को उपजिलाधिकारी ने रवाना कराया, तभी कदम रसूल चौक में रखी जाने वाली सूबे की सबसे उंची ताजिया ले जाते समय रास्ते में अतिक्रमण का शिकार हो गई.



कई मायने में पूरे हिंदुस्तान के लिए नजीर है रानीगंज बाजार का दुर्गोत्सव. ठीक आजादी के साल हुई थी इसकी शुरुआत. यहां हिंदुओं ने दुर्गात्सव और मुसलमानों ने ताजिया रखकर मुहर्रम मनाने की शुरुआत ठीक उसी जगह साथ साथ की थी. और बीते 70 सालों से यह परम्परा जस की तस चली आ रही है. कई बार ऐसे मौके आए जब दोनों त्योहार साथ साथ पड़े. उसका भी समाधान यहां लोगों ने चुटकी में ढूंढ लिया.

