Tag: महावीरी झंडा
हर साल आषाढ़ शुक्ल द्वितीय को यहां उल्लास के साथ मनाया जाने वाला महावीर झंडोत्सव का इतिहास काफी पुराना है. इसका आधार विभिन्न पुराणों में मिलता है. इस आयोजन के अतीत में झांकने से यह पदमपुराण, नारद पुराण, ब्रह्मपुराण, स्कंद पुराण आदि में वर्णित कथाओं को जहां पुनर्जीवित व साकार करता है, वही इसका दिन प्रतिदिन बदलता स्वरूप भारतीय दर्शन के इस सत्य को उदघाटित करता है कि जग स्थिर है, जबकि जगत की वस्तुएं परिवर्तनशील है.
ओडिशा के पूरी की तर्ज पर सिकन्दरपुर नगर में ऐतिहासिक रथयात्रा (महावीरी) जुलुस बुधवार को परंपरागत तरीके से शांतिपूर्ण वातावरण में निकाला गया. इस मौके पर हजारों लोगों ने भाग लिया. तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नगर के विभिन्न महावीरी अखाड़ों के अपने मोहल्लों से अलग-अलग निकले जुलुस परंपरागत मार्गों से गुजरते हुए देर शाम मुख्य बाजार स्थित जाल्पा चौक पहुंचे. इस दौरान जुलूस में शामिल युवाओं ने अस्त्र कलाओं का बेहतरीन प्रदर्शन कर भीड़ का भरपूर मनोरंजन किया, साथ ही भीड़ के जय महावीर के उद्घोष से नगर का वातावरण भक्तिमय हो गया.
सोमवार की रात सिकंदरपुर कसबे में विभिन्न अखाड़ों के युवक मैनापुर से कर्तब दिखाने के उद्देश्य से महावीरी झंडा जुलूस निकाला था. इस दौरान एक धार्मिक स्थल के सामने कुछ अराजक तत्वों जमकर उपद्रव मचाया. इस वारदात में थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार शुक्ल व अन्य सिपाहियों समेत दर्जन भर लोग जख्मी हो गए. थक हार कर पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज कर हालात को काबू में कर लिया.