जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि जनता की समस्याओं को गंभीरता से लें. कोई भी शिकायत डिफाल्डर की श्रेणी में नहीं जानी चाहिए. ध्यान रहे कि निस्तारण की गुणवत्ता भी बेहतर हो, ताकि शिकायकर्ता पूरी तरह संतुष्ट हो जाए.
जिलाधिकारी तहसील में पहुंचते ही सीधे रजिस्ट्रार कानूनगो के दफ्तर में पहुंची, मत्स्य पट्टा कटान पीड़ितों के लिए भूमि आवंटन, कर्मियों के जीपीएस फाइल व सर्विस रिकॉर्ड का निरीक्षण किया।