नरही थाना प्रभारी के तौर पर काम करने से पन्नेलाल को कानून के हर-दांवपेच को अच्छी तरह जानते थे, इसीलिए मौके से बच निकले थे और फरार चल रहे थे। पुलिस के लिए उन्हें पकड़ना आसान नहीं था।
प्रतिदिन पांच लाख रुपए की वसूली हो रही थी. हालांकि अधिकारियों की छापेमारी के दौरान महज 37 हजार 360 रुपए ही बरामद हुए. इसे लेकर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं.
कोरंटाडीह चौकी पर पुलिस कर्मियों की संख्या नगण्य थी. भरौली गोलम्बर पर भीड़भाड़ भी कम हो गई है .चाय-पान की दुकानों पर छापेमारी और गिरफ्तारी की ही चर्चा थी
नरही थाना क्षेत्र में अवैध वसूली का जो खेल चल रहा था वह लाखों का नहीं करोड़ों का है और हर महीने की अवैध वसूली का जो आंकड़ा निकल कर सामने आ रहा है वह हैरान कर देने वाला है।