अनियोजित एवं अनियंत्रित विकास, भोगवादी प्रवृत्ति, विलासितापूर्ण जीवन तथा शोषणपरक नीति ने बढ़ाया है जल संकट- डा० गणेश

अनियोजित एवं अनियंत्रित विकास, भोगवादी प्रवृत्ति, विलासितापूर्ण जीवन तथा शोषणपरक नीति ने बढ़ाया है जल संकट

अच्छी बारिश न होने से फसलों के झुलसने का खतरा

बारिश का अभाव इलाकाई नागरिकों पर भारी पड़ने लगा है. प्रायः सभी क्षेत्रों पर बारिश में विलम्ब दुष्प्रभाव डालना शुरू कर दिया है. बारिश की कमी के चलते पानी का स्ट्रेटा नीचे खिसक जाने से नगर के आधे से अधिक हैंडपाईप जवाब दे चुके हैं. नागरिकों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. जबकि लोग नाना रोगों से ग्रसित हो कठिनाई झेल रहे हैं.