बाढ़ व कटान रोधी कार्य में सुस्ती, लूट पर गड़ी नजरें 

दुबेछपरा  पास 29 करोड़ की लागत से हो रहे कटानरोधी बचाव कार्य की धीमी गति पर मिल रहे चौतरफा दबाव के बाद भी बाढ़ विभाग और ठेकेदारों के अड़ियल रवैये में कोई परिवर्तन होता नहीं दिख रहा है.

तेज बहाव व पुरवा का दबाव, दियारे में कटान तेज होने से किसानों की मश्किलें बढ़ीं

कई दिनों से उफान पर रही घाघरा नदी का पानी फिलहाल स्थिर हो गया है. इसी के साथ पानी के तेज बहाव व पुरवा हवा के दबाव के चलते विभिन्न दियारों में कटान तेज हो जाने से वहां के किसानों में चिंता एवं दहशत पैदा हो गई है.

क्या भरसर-हल्दी रिंग बंधा ख्याली पुलाव था!

जैसे जैसे गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि हो रही है. वैसे-वैसे नदी किनारे बसे गांवों के लोगों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं. आलम यह है कि कई बार बाढ़ की विभीषिका में अपना सब कुछ गंवा चुके गंगा के तीर पर बसे लोगों में जून जुलाई के महीने में हमेशा भय बना रहता है.

सांसद नीरज शेखर ने जाना बाढ़ और कटान का हाल

घाघरा से हो रही कटान का हाल देखने मंगलवार को राज्यसभा सांसद नीरज शेखर बैरिया विधानसभा क्षेत्र के बाढ व कटान प्रभावित क्षेत्र का दौरा किये.

तिलापुर व दतहां में बांध पर ‘रेन कट’ देख डीएम ‘फिरंट’

जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने मंगलवार को घाघरा नदी से हो रही कटान की स्थिति व हो रहे कटानरोधी कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने बाढ विभाग के अधिकारियों को कटानरोधी कार्य युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए.

गायघाट – रविवार की शाम चार बजे गंगा का जलस्तर 51.310 मीटर

मानसून के सक्रिय होने के बाद हर ओर हो रही जबरदस्त बारिश से नदियों में भी पानी का स्तर बढ़ने लगा है. इसकी वजह से जिले में गंगा व घाघरा दोनों ही नदियों के तेवर भी तल्ख होने शुरू हो गए हैं.

अगर अब भी नहीं चेते तो गंगापुर और केहरपुर में कहर ढा सकती है गंगा

मझौवा (बलिया)। बैरिया तहसील क्षेत्र के दुबेछपरा में चल रहे कटानरोधी कार्यों में बारिश और बाढ़ विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों के बीच कठीन दौर का सिलसिला जारी है. बारिश खुलने पर कभी कटानरोधी …

अठगांवा में घाघरा का तेवर तल्‍ख देख, उड़े सबके होश

इब्राहिमाबाद नौबरार (अठगांवा) में आखिरकार वहीं हुआ, जिसका डर सभी ग्रामीणों को था. यहां घाघरा सठिया ढ़ाला के सीध में काफी तल्‍ख हो चली हैं.

कहीं फिर तबाही की वही दास्‍तां इस बार भी न लिख दे घाघरा

बैरिया तहसील क्षेत्र में ही बिहार की सीमा से सटे यूपी का एक पंचायत है इब्राहिमाबाद नौबरार. इसे लोग अठगांवा के नाम से भी जानते हैं. घाघरा कटान से तबाही की एक भयानक दास्‍तां को समेटे इस गांव की आबादी घाघरा के उफान पर आते ही सहम जाती है.

दुबेछपरा में बारिश से रुका बाढ़ कटान रोधी कार्य, तटवासी सशंकित

बैरिया तहसील क्षेत्र के दुबेछपरा, गोपालपुर में चल रहे कटानरोधी कार्य में बारिश रोड़ा बनी हुई है. उधर, गंगा के जल स्तर में धीरे-धीरे बढ़ाव का क्रम शुरू हो जाने के कारण विभाग के हाथ पांव फूलने शुरू हो गए हैं.

जिलाधिकारी ने सम्भावित बाढ़ के दौरान राहत पहुंचाने के लिए लेखपालों को दिये जरूरी टिप्स

सम्भावित बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. बाढ़ की आपदा के दौरान कैसे लोगों को बेहतर से बेहतर राहत दिलाई जा सके, इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने बैरिया व सदर तहसील के लेखपालों के साथ बैठक कर जरूरी टिप्स दिये.

पहली ही बारिश में सहम गए गंगा किनारे वाले, उम्मीदों पर पानी फिरने लगा है

दुबेछपरा गोपालपुर को गंगा के बाढ़ व कटान के कहर से बचाने के लिए हो रहे कार्य से ग्रामीणों को सन्तुष्टि नहीं मिल पा रही है. यूँ तो बांध बना कर इन गावों को सुरक्षित करने का लक्ष्य 30 जून तक ही का था.

​जिलाधिकारी ने कटानरोधी कार्याें का किया निरीक्षण, जमकर क्लास ली

जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने मंगलवार को पूरे दिन गंगा किनारे कटान वाले क्षेत्रों में भ्रमण करते रहे. उन्होंने जरूरतमंद जगहों पर कटान से बचाव कार्य करने के निर्देश दिये. वहीं कई जगह हो रहे कार्य में और तेजी लाने को कहा.

एसडीएम ने दिया भरोसा, कटान पीड़ितों ने अनशन तोड़ा

बैरिया तहसील अंतर्गत केहरपुर, सुघर छपरा के कटान पीड़ित ग्रामवासियों की तरफ से चल रहे सुघर छपरा ढाले पर बेमियादी अनशन को रविवार को देर शाम बैरिया उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार ने कड़ी मशक्कत के बाद जूस पिलाकर तोड़वाया.

बाढ़ कटान सुरक्षा में लापरवाही देख आमरण अनशन पर बैठे कटान पीड़ित

बैरिया तहसील अंतर्गत केहरपुर, सुघर छपरा के  कटान पीड़ित शनिवार को सुघरछपरा ढाले पर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं.

बहुरेंगे कटान पीड़ितों की बस्तियों के दिन 

जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर पासवान ने मंगलवार को सदर व बैरिया तहसील के विस्थापित कटान पीडितों के दुर्व्यवस्था का सच अपनी आंखों से देखा.

दुबेछपरा में बाढ़ व कटान रोधी कार्य की रफ्तार से ग्रामीणों में निराशा 

गंगा की बाढ़ व कटान से बचाव के लिए दुबे छपरा में चल रहे कार्य पर ग्रामीण असंतोष जता रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जिस रफ्तार से काम हो रहा है, इसी तरह से होता रहा तो इस साल भी बाढ़ के पानी में करोड़ों रुपये बह जाना तय है.

द्वाबा के इस ‘योगी’ से, तब भी हिल गया था बलिया

बैरिया तहसील क्षेत्र में ही बिहार की सीमा से सटे एक पंचायत है, इब्राहिमाबाद नौबरार. इसे लोग अठगांवा के नाम से भी जानते हैं. घाघरा कटान से तबाही की एक भयानक किस्‍से को समटे इस गांव की बची आबादी आज भी तब के हालात की कल्‍पना कर कांप जाती है.

अपनी सरकार के सिंचाई विभाग के खिलाफ बैरिया विधायक ने खड़ी की मानव श्रृंखला

भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने शनिवार को दुबे छपरा से लगभग चार किलोमीटर मानव श्रृंखला खड़ी करके सिंचाई विभाग के अधिकारियों, उच्चाधिकारियों के खिलाफ संघर्ष का ऐलान कर दिया.