3 हास्य व्यंग से भरपूर इस नाटक ने लोगों का मनोरंजन तो किया है उसमें बहुत सारे संदेश भी दिए. सिंहासन खाली है नाटक की कहानियां एक त्रिकोण के दो पक्षों नेता राजनेता और आम आदमी के इर्द-गिर्द घूमती है नाटक की शुरुआत सूत्रधार से होती है जो खाली सिंहासन के लिए सुपात्र की तलाश कर रहा है .