

बलिया। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. भाजपा ने युवा व पिछड़ा वर्ग सम्मेलन के बाद सोमवार को महिला सम्मेलन के जरिये महिलाओं को पार्टी से जोड़ने की कवायद की. टाउन हाल में आयोजित सम्मेलन में स्वाति सिंह अपने पूरे तेवर में दिखीं. सपा विधायक नारद राय द्वारा कथित तौर पर नई नवेली कहे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्रीमती सिंह ने कहा कि वे चाहे तो चुनाव से पहले उनके साथ वाक युद्ध कर लें. बसपा सुप्रीमो मायावती पर आरोप लगाते हुए स्वाति सिंह ने कहा कि उन्हे व उनके पति को उनसे जान का खतरा है.
सम्मेलन में स्वाति सिंह ने एक साथ सपा-बसपा पर निशाना साधा. कहा कि सपा शासन में महिलाएं महिलाएं न घर में सुरक्षित हैं और न बाहर. दूसरी ओर बसपा सुप्रीमो मायावती महिला व दलित नेता के तौर पर अपनी पहचान बनाकर तीन बार मुख्यमंत्री बनीं, लेकिन पिछले दिनों जिस प्रकार उन्होंने मेरी बेटी और सास के बारे में बयानबाजी की, उससे उनकी मानसिकता का अंदाजा सबको चल गया है. कहा कि बसपा दलितों का प्रयोग वोट बैंक के तौर पर करती है. असल में उनका दलितों के विकास से कोई वास्ता नहीं है. कहा कि प्रदेश में महिलाओं को सम्मान मिले, इसके लिए एकमात्र विकल्प यहां भाजपा की सरकार बनाना है.

विशिष्ट अतिथि गोरखपुर की मेयर सत्या पांडेय ने कहा कि महिला शक्ति को कमजोर आंकने की भूल कोई न करे. वैदिक काल से शक्ति की पूजा होती रही है. महिलाओं का आह्वान किया कि वे बेटा-बेटी में भेद न करें और रानी लक्ष्मीबाई की तरह बेटी पैदा करें.
इस मौके पर सांसद भरत सिंह, विधायक उपेन्द्र तिवारी, केतकी सिंह, पूर्व विधायक मंजू सिंह व भगवान पाठक, निर्मला द्विवेदी, कृष्णा पांडेय, राजश्री बसंत, सुनीता सिंह, रीता वर्मा, सीपू गुप्ता, भारती सिंह, शारदा मिश्रा, मनोरमा गुप्ता, नीतू राय आदि थीं. संचालन सुनीता श्रीवास्तव व संजय मिश्र ने किया.