बलिया में सुरहा ताल पक्षी महोत्सव का हुआ शुभारंभ – परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सफेद कबूतर और गुब्बारा छोड़कर किया शुभारंभ

बलिया: सुरहाताल की जो रंगत आज से 20 वर्ष पहले थी, शनिवार को ऐसा लगा कि वही रंगत एक बार फिर लौट आयी है. तीन दिवसीय सुरहा ताल पक्षी महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को हुआ. मुख्य अतिथि परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सफेद कबूतर व तिरंगा गुब्बारा उड़ाकर इस महोत्सव का शुभारंभ किया.

पहले दिन स्थानीय ही सही, पर पर्यटकों की भीड़ इस तरफ इशारा कर रही थी कि सुरहा ताल अपनी ख्याति के मुताबिक एक बेहतर पर्यटक स्थल के रूप में स्थापित होने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है.

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि सुरहा ताल के विकास के लिए पक्षी महोत्सव का आयोजन एक अच्छी शुरुआत है. इस आयोजन के रूप में आज नींव पड़ी है, अब इस पर बड़ी इमारत बनानी है. जिलाधिकारी की विशेष सराहना करते हुए कहा कि आपने जो पहल शुरू की है, इसको आगे बढ़ाइए. मेरा पूरा सहयोग रहेगा. कहीं भी किसी परियोजना की स्वीकृति के लिए के लिए मैं स्वयं तत्पर रहूंगा. मुझे भरोसा है कि प्रदेश की नहीं, बल्कि देश के कोने-कोने से भी लोग आएंगे.

मछुवारा समाज का विशेष आभार

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परिवहन मंत्री ने मछुवारा समाज का विशेष आभार जताते हुआ कहा, जिला प्रशासन के एक निवेदन पर नाव की पेंटिंग करके उसे बेहतर बनाकर लोगों के मनोरंजन लायक बनाया. मंत्री ने मछुवारों को भरोसा दिलाया कि रोजगार का सृजन करेंगे और आपकी आय को कई गुना बढ़ाने के लिए हरसम्भव पहल करेंगे

चंद्रशेखर की आत्मा भी दे रही होगी बधाई

परिवहन मंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष की फोटोग्राफी में भी बलिया में सबसे प्रमुख रूप से सुरहा ताल का आता है. निश्चित रूप से यह बड़ा पर्यटक स्थल के रूप में होना चाहिए. इस दिशा में यह आयोजन हुआ, जिसके लिए चंद्रशेखर जी की आत्मा भी बधाई दे रही होगी. जिले में जल परिवहन शुरू होने जा रहा है, इसका सबसे अधिक लाभ बलिया को होगा. सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में सबसे अधिक लाभ मिलने की संभावना है.

सुरहा ताल के बीच इसके विकास पर हुई चर्चा

सुरहा ताल पक्षी महोत्सव के पहले दिन परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, डीएम सौम्या अग्रवाल और एसपी राजकरण नैय्यर समेत अन्य  ने नौकायन का आनंद लिया. सुरहा ताल झील में जैसे-जैसे अंदर नाव गयी, ताल की वनस्पतियों और इसके प्राकृतिक महत्व पर चर्चा बढ़ती चली गई. पर्यटन के क्षेत्र में इसको कैसे विकसित किया जाए, इस पर भी मंत्री-डीएम की चर्चा हुई.

स्कूली छात्राओं के सांस्कृतिक कार्यक्रमों को सबने सराहा

सुरहा ताल पक्षी महोत्सव के पहले दिन विभिन्न विद्यालयों की बालिकाओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. इसमें राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, गुलाब देवी इंटर कॉलेज, रामरती बालिका विद्यालय, रामपुर उदयभान, उच्च प्राथमिक विद्यालय जीराबस्ती, प्राथमिक विद्यालय सागरपाली की बालिकाओं ने मनमोहक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी. मंत्री और अधिकारियों के अलावा वहां जुटे पर्यटकों ने भी स्कूली छात्राओं के इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना की. कला शिक्षक मो. इफ्तेखार की देखरेख में जैव विविधता और जीव-जंतुओं पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी की भी सराहना सभी ने की.

नए साल का जश्न बनाने वालों के लिए सुखद पहल

नए वर्ष का जश्न बनाने के लिए यह स्थल मशहूर है. यहां काफी मात्रा में लोग आते थे. लेकिन, सुरहा ताल की स्थिति खाफी खराब होने से पर्यटकों का यहां आना बंद हो गया था. सुरहा ताल पक्षी महोत्सव कार्यक्रम के बहाने इस स्थल की साफ-सफाई होना निश्चित रूप से नए साल का जश्न मनाने वालों के लिए सुखद पहल है उधर, जिला प्रशासन का भी यही प्रयास है कि इस स्थल की सुंदरता बढाकर बेहतर पर्यटक स्थल के रूप में स्थापित किया जाए.

बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट

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