सूबेदार मेजर राजेश प्रताप सिंह पंच तत्व में विलीन

गाजीपुर। जनपद के कासिमाबाद थाना क्षेत्र के हब्बीपुर गांव निवासी सेना के सूबेदार मेजर राजेश प्रताप सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार को सैनिक सम्मान के साथ जिला मुख्यालय स्थित गंगा तट के श्मशान घाट पर किया गया. डयूटी के दौरान लेह लद्दाख में सोमवार को मेजर राजेश प्रताप सिंह का निधन हो गया था. उनका शव गुरुवार की रात 11 बजे गांव पहुंचा. उनके शवयात्रा में काफी अधिक संख्या में लोग शामिल हुए. इस दौरान राजेश सिंह अमर रहे के नारे से पूरा वातावरण गूंज उठा.

प्रदेश सरकार की पूर्व मंत्री एवं जहूराबाद विधान सभा क्षेत्र की विधायक शादाब फातिमा भी मेजर राजेश प्रताप सिंह के घर पहुंची. उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करके उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया. इसके पूर्व राजेश प्रताप सिंह का शव गांव में पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं राजेश प्रताप सिंह को जगह—जगह श्रद्धांजलि दी गई. मुखाग्नि पुत्र आशीष सिंह ने दी.

पत्नी माधुरी सिंह ने कहा कि 40 वर्ष के बाद सेना के जवानों की तैनाती ग्लेश्यिर में नहीं होनी चाहिए. मुझे अपने पति पर गर्व है. मेरा बेटा आशीष भी सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करेगा. दस माह पूर्व प्रमोशन होने के बाद राजेश प्रताप सिंह मेजर बने थे. वह सितंबर में घर आये थे. छुटटी समाप्त होने के बाद वह छह अक्तूबर को लौट गए थे. उनकी तैनाती 15वीं कोर के सिग्नल रेजीमेंट लेह में थी.

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