कर्मचारी आन्दोलन की आंच में झुलसते लोगों ने वायरल किया कानूनगो का ‘जतरा’ बनाने वाला घूस लेते वीडियो

लगातार 18 वें दिन भी बन्द रहे तहसील, ब्लाक के दफ्तर व न्यायालयों के ताले

अधिवक्ताओं के समर्थन में आए छात्र, व्यापारी व आम लोग

कानूनगो के वायरल जातरा बनाते वीडियो पर हो रही सरकारी कर्मचारियो की खूब किरकिरी

17 जून से तहसील परिसर में धरना व क्रमिक अनशन का व्यापारी नेता ने किया ऐलान, मांग सिर्फ कर्मचारियो के काम पर लौटना ही नहीं वैधानिक दण्डात्मक कार्यवाही का भी

बैरिया (बलिया)। इलाके में फेसबुक व वाट्सप पर एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें पैमाइश के लिए जाने से पहले आवेदक से रिश्वत लेते कानूनगो व लेखपाल द्वारा जात्रा बनाते दिखाया गया है. वीडियो में बैरिया तहसील पर कार्यरत कानूनगो व लेखपाल दिखाई दे रहे हैं. आगे और भी ऐसे ही वीडियो जारी करने की भी बात कही गई है.

तहसील में विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह के भतीजा अधिवक्ता चन्द्रभूषण सिंह द्वारा रिश्वत के लिए एक आवेदक के पैमाइश में टालमटोटल पर कानूनगो की कथित पिटाई किए जाने के बाद तहसील सहित सरकारी दफ्तरों व तहसील न्यायालयों में लगातार तालाबन्दी से जरूरत मन्द लोगों की परेशानी बढ गई है. इधर कर्मचारियों के आन्दोलन के विरुद्ध बैरिया तहसील पर अपनी मांगों को लेकर अधिवक्ता भी सोमवार से लगातार क्रमिक अनशन कर रहे है. इलाके में वाट्सप व फेसबुक पर वायरल वीडियो में तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार के उदाहरण के रूप में रख कर लोग अपने अपने विचार लिख कर मुकदमा दर्ज करा लेने के बाद कार्य बहिस्कार तथा कार्यालयो व न्यायालयों की तालाबन्दी को कर्मचारियों का अत्याचार व अवैधानिक कार्य बताया जा रहा है. यद्यपि यह वीडियो वाट्सप ग्रुप से लिया गया है. इसकी पुष्टि ‘बलिया LIVE’ नही कर रहा है.

http://https://youtu.be/AZGbZwi7FCg

उधर कर्मचारी व लेखपाल संगठन का कार्य बहिस्कार व सरकारी दफ्तरों तथा न्यायालयों में तालाबंदी तथा उनके विरुद्ध जिले की तहसीलों मे अधिवक्ताओं का धरना अब और भी गम्भीर रूप लेता जा रहा है.खेत खाली हैं, लोगों को खेतों की पैमाइश व पत्थर गड़वाने सहित और भी तहसीलों पर काम हैं. जो नहीं हो पा रहे है. 29 मई से लगातार आज 18 वें दिन तहसील व ब्लाक के कार्यालय बंद चल रहे है. आम जनता की परेशानियो को देख अब ग्रामीणों का समूह अधिवक्ताओं के आन्दोलन में सरीक होने लगा है.

शुक्रवार को रानीगंज व्यापार मण्डल अध्यक्ष रवीन्द्र सिंह अपने व्यापारी साथियों के साथ तथा द्वाबा सैनिक संगठन अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह, छात्रनेता नितेश सिंह आदि बैरिया तहसील पर जाकर अधिवक्ता आन्दोलन का समर्थन किए तथा उपजिलाधिकारी से मिल कर तीनो संगठनों ने अलग-अलग पत्रक देकर अपनी मांग रखी.

व्यापारी नेता रवीन्द्र सिंह ने बताया कि हमारी मांग यही है कि अनधिकृत व अवैधानिक रूप से न्यायालयों का ताला बंद कराने वाले कर्मचारियों पर विधि सम्मत न्यायिक प्रावधानों के अनुसार दण्डात्मक कार्यवाही हो. जितने दिन तक जनता का काम इस हड़ताल के चलते रुका है, जितने दिन हड़ताल पर हैं उतने दिनो का उनका वेतन काटा जाय, बैरिया तहसील पर जड़ जमा कर बैठे लेखपाल, कानूनगो का सामूहिक स्थानान्तरण हो तथा कर्मचारी संगठन के दबाव में खुद गलत रहते हुए चन्द्रभूषण सिंह पर दर्ज किया गया फर्जी मुकदमा वापस लिया जाय. रवीन्द्र सिंह ने बताया कि हम 17 तारीख से बैरिया तहसील पर अपनी मांगों को लेकर धरना व क्रमिक अनशन पर बैठेगे. हमारी मांग सिर्फ कर्मचारियो के काम पर वापस लौटने का ही नहीं, बल्कि अपनी सारी मांगो को लेकर आन्दोलन करेगे. परमीशन के बावत पूछे जाने पर रवीन्द्र सिंह ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले लेखपाल तहसील परिसर मे तहसीलदार के खिलाफ धरना दिए थे. लाउडस्पीकर भी लगाए थे. कोई परमीशन नहीं लिए थे. अगर वह बिना परमीशन ऐसा कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं? हम पर मुकदमा होगा तो उन लोगों पर भी होगा.

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