ओडीओपी में अब शामिल होगा सत्तू उद्योग, प्रोसेसिंग यूनिट का हुआ शुभारंभ

बलिया: परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के प्रयास से एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) में अब मनियर की बिंदी के अलावा सत्तू का उद्योग भी शामिल होगा. इससे सत्तू के उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिलेंगे. शहर के आर्य समाज रोड में गुरुवार को सत्तू की एक प्रोसेसिंग यूनिट की भी शुरुआत की गई.

निधि उद्योग पर बलिया की मशहूर भट्टी से बने चना सत्तू की फैक्ट्री का उद्घाटन बाँसडीह विधायक केतकी सिंह ने किया.
जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कहा कि बलिया के सत्तू को विश्व पटल तक ले जाने के लिए जिला प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा. जल्द ही बलिया का सत्तू ‘एक जनपद एक उत्पाद’ के अंतर्गत आ जाएगा.

सीडीओ प्रवीण वर्मा ने विस्तार से बताया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा भड़भुजो द्वारा भुने हूए चनों के माध्यम से सत्तू बनाया जाता है. गांव की महिलाओं द्वारा बनाए गए सत्तू का स्वाद मशीन से तैयार सत्तू के स्वाद से बिल्कुल अलग होता है. इसमें वह क्षमता है कि पूरे भारत में लोगों के लिए पौष्टिक आहार के रूप में एक बेहतरीन उत्पाद बन सकता है.

शकरपुरा के ग्राम प्रधान ने अपने गांव के स्वयं सहायता समूह को और सुदृढ़ करने, उनके आर्थिक उत्थान हेतु अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया. व्यापार मंडल बलिया ने हर संभव सहायता देने का संकल्प लिया तथा यह भी कहा कि हर कदम पर वह उद्योग के साथ रहेंगे. कार्यक्रम का संचालन रजनीकांत सिंह ने किया. इस अवसर पर मंजे सिंह, प्रदीप वर्मा , संतोष जी, बृजबाला, ज्योति अग्रवाल, आनंद जी , अजीत प्रताप सिंह , सूर्यप्रकाश जी आदि उपस्थित रहे.
बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट

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