रेवती में आरएसएस ने मनायी बाबा साहब की 126वीं जयन्ती

रेवती (बलिया)। नगर के वार्ड नंबर 4 स्थित रावत मुहल्ला में शुक्रवार की देर सायं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 126वीं जयंती मनाई गई. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि आरएसएस के विभाग संपर्क प्रमुख एवं गंगा समग्र अभियान के गोरक्षक प्रांत के संयोजक गिरीश चंद्र द्विवेदी, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अजय शंकर पाण्डेय “कनक”, भाजपा मंडल अध्यक्ष कौशल सिंह तथा नगर कार्यवाह वेदप्रकाश तिवारी द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया.

बौद्धिक कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्विवेदी ने कहा कि 35 विषयों से पोस्ट ग्रेजुएट तथा  भीमा बाई व रामजी मालो जी सतपाल की 14वीं संतान बाबा साहब अंबेडकर वसुधैव कुटुंबकम के तहत कार्य करते थे .कहा कि 11 वीं सदी में जब हम गुलाम हुए तब शासक एक हाथ में तलवार तथा दूसरे हाथ में कुरान लेकर निकल गए. उनका कहना था कि या तो मुसलमान बनो या फिर महलों का मैला फेंकने का कार्य करो. तब धर्म के प्रति आस्था रखने वाले लोग मैला ढोना स्वीकार कर लिया लेकिन मुसलमान नहीं बने. वही लोग दलित अथवा भंगी कहे जाने लगे. कहा कि बाबा साहब के पिता की इच्छा थी कि उनका पुत्र उच्च शिक्षा ग्रहण करें. गरीबी के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा था. तब एक ब्राह्मण शिक्षक महादेव अंबेडकर ने बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिभा से प्रभावित होकर उनके शिक्षा दीक्षा का जिम्मा ले लिया.
1936 में बाबा साहब ने लेबर पार्टी का गठन किया. सन 1947 के चुनाव में पार्टी के 15 सदस्यों ने विजयश्री पाई. आजादी के बाद कांग्रेस के शासन में बाबा साहब कानून मंत्री बने. संविधान समिति के अध्यक्ष भी बने. 29 अक्टूबर 1949 को भारतीय संविधान बना. बाबा साहब ने पिछड़ों के विकास के लिए 10 साल के लिए आरक्षण व्यवस्था बनाई थी. बाबा साहब आजीवन परहित में लगे रहे. इस अवसर पर जितेंद्र पाण्डेय, राकेश पाण्डेय, ओमप्रकाश तिवारी, मुकेश पाण्डेय, बिंदु तिवारी, धर्मेंद्र रावत, अनिल सिंह, संजय पाल, संतोष रावत, वीर बहादुर सिंह, शंकर रावत, वीर बहादुर पाल, रोशन रावत, अक्षय कुमार रावत आदि शामिल रहे. संचालन ओंकार नाथ ओझा ने किया.
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