‘तारीख पे तारीख’ के जंजाल से निकल कर एक हुए सात जोड़े

बलिया : आखिरकार ‘तारीख पे तारीख’ के जंजाल से निकलकर सात जोड़े एक-दूसरे के साथ विदा हुए. जी हां, यह नजारा बलिया में 14 दिसंबर को लगी राष्ट्रीय लोक अदालत की परिवार न्यायालय इकाई में देखने को मिला.

लंबे अरसे से मुकदमों की तारीखें झेलते-झेलते परेशान पति-पत्नि के कई जोड़ों ने आपसी सहमति का रास्ता इख्तियार किया. उन्होंने माना कि अलग होकर वह चैन नहीं मिला जिसके लिए सोचा था. उनलोगों को आपस में मिलवाने में लोक अदालत ने अहम भूमिका निभायी.

जिला जज गजेंद्र कुमार की उपस्थिति में आपसी रंजिश भूल कर ये जोड़े हंसते-मुस्कुराते अदालत परिसर से निकले. उन दंपतियों में मधू-मोनू गुप्त, उर्मिला-मंजी, सद्दाम हुसैन-शकीला खातून, बेबी सिंह-पवन सिंह, आराधना-शैलेंद्र, शीशम-मंजीत, सालेहा-नियाज शामिल हैं.

इस मौके पर परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सत्य प्रकाश त्रिपाठी, केडीएस द्विवेदी, चंद्रभानू सिंह, रिचा वर्मा, दिनेश कुमार मिश्र, प्रमोद पांडेय, दया राम, रीडर अजय राय आदि भी मौजूद थे.

This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE         
This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE